प्रमोद कुमार/अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को नया रजिस्टार मिल गया है. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी मोहम्मद इमरान दो वर्ष की अवधि के लिए प्रतिनियुक्ति के आधार पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नये रजिस्ट्रार नियुक्त किए गए हैं. 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी इमरान वर्तमान में एसपी, रेलवे, झांसी के पद पर तैनात हैं. इससे पहले वह उत्तर प्रदेश डीजीपी कार्यालय समेत पुलिस विभाग में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं.


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मिल चुके हैं कई अवॉर्ड


मुहम्मद इमरान ने 11 वर्षों से अधिक समय तक पुलिस महकमे में अपनी सेवाएं दी हैं. उन्हें पुलिस सेवाओं में डीजी कमेंडेशन डिस्क सिल्वर (2018) और डीजी कमेंडेशन डिस्क सिल्वर (2019) से सम्मानित किया गया है. वह पारस्परिक प्रबंधन और प्रतिभा और संसाधनों के विकास के एक्सपर्ट हैं. मुहम्मद इमरान अंग्रेजी साहित्य में बीए ऑनर्स तथा इंटरनेशनल बिजनेस-एमआईबी पाठ्यक्रम में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर चुके हैं. 


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कई चुनौतियां रहेंगी


पिछले दिनों आइपीएस अब्दुल हमीद का रजिस्ट्रार के पद पर कार्यकाल समाप्त होने पर उनकी जगह पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रो. एजाज मसूद को प्रभार दिया गया था. अब उनके स्थान पर मोहम्मद इमरान रजिस्टार बनाए गए हैं. अब्दुल हमीद का कार्यकाल 2018 से 2022 तक रहा. मोहम्मद इमरान के सामने अलीगढ़ विश्वविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्था को ठीक करने से जुड़ी कई चुनौतियां रहेंगी. एएमयू कभी नाम के विवाद को लेकर तो कभी बजट को लेकर सियासी बयानबाजी का अखाड़ा बनता रहा है. पिछले दिनों ही अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस्लामिक स्टडीज विभाग से पाकिस्तानी लेखक मौलाना अबुल आला मौदूदी और इजिप्ट के सैयद कुतुब की किताबें पाठ्यक्रम से हटाने का निर्णय लिया था. इन इस्लामिक रिसर्च स्कॉलर्स की किताबों को एएमयू की बीए और एमए कक्षाओं में पढ़ाया जाता रहा है. ऐसे में पुलिसिंग की दुनिया से एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन में कदम रख रहे मोहम्मद इमरान के लिए यह किसी बड़े टास्क से कम नहीं होगा.