Kushinagar: मुस्लिम परिवार ने बेटे का हिंदू रीति-रिवाज से मंदिर में कराया मुंडन, जानिए वजह
Kushinagar News: कुशीनगर में अनोखा मामला सामने आया है. जहां तमाम सामाजिक व धार्मिक अवरोधों को दरकिनार कर एक मुस्लिम परिवार ने अपने बेटे सलमान का मुंडन संस्कार हिंदू- रीति रिवाज से सम्पन्न कराया, जो चर्चाओं में बना हुआ है.
प्रमोद कुमार/कुशीनगर: कुशीनगर जिले में अनोखा मामला सामने आया है. जहां तमाम सामाजिक व धार्मिक अवरोधों को दरकिनार कर एक मुस्लिम परिवार ने अपने बेटे सलमान का मुंडन संस्कार हिंदू- रीति रिवाज से सम्पन्न कराया, जो चर्चाओं में बना हुआ है.
मन्नत पूरी होने पर लेने पहुंचा आशीर्वाद
बता दें कि रामकोला थाना क्षेत्र के पपऊर गांव के रहने वाले मैनुद्दीन का पूरा परिवार पूरे गाजे- बाजे के साथ प्रसिद्ध धर्मसमदा देवी मंदिर पहुंच कर हिन्दू रीति-रिवाजों से मुंडन संस्कार करवाया. बच्चे के पिता मैनुद्दीन ने बताया कि उन्होंने धर्मसमदा मंदिर पहुंचकर कुछ साल पहले मां दुर्गा से मन्नत मांगी थी कि उन्हें जब उनके आशीर्वाद से पुत्र की प्राप्ति होगी तो वह मन्नत पूरी होने पर धर्मसमदा मंदिर पर अपने बेटे का मुंडन संस्कार करवा कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.
हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का देना चाहता है संदेश
मैनुद्दीन कहते हैं कि हिंदू- मुस्लिम एकता व सामाजिक समरसता का का संदेश देने के लिए मंदिर पर अपने पुत्र का मुंडन कराया है. मैनुद्दीन व उसकी पत्नी का मानना है कि जिसके प्रति दिल में आस्था हो वही धर्म है. सभी धर्मों का आदर करना चाहिए. मौके पर मौजूद मैनुद्दीन के परिजन व रिश्तेदार बेहद खुश थे.
मैनुद्दीन के मुताबिक चार पुत्रियों का पिता बनने के बाद पुत्र की चाहत थी. जिसको लेकर तमाम धार्मिक जगहों पर मन्नते मांगीं, लेकिन उसे पुत्र की प्राप्ति नहीं हो सकी. हर जगह से निराश होने पर एक दिन पत्नी-पत्नी दोनों रामकोला कस्बे के करीब स्थित प्रसिद्ध धर्मसमदा देवी मंदिर पर माथा टेक कर पुत्र के लिए प्रार्थना की. उसने देवी को वचन दिया था कि पुत्र पैदा होने पर बाद उसका मुंडन देवी मंदिर पर ही होगा.
मैनुद्दीन का कहना है कि देवी को दिए गये वचन को पूरा करने , हिंदू - मुस्लिम के बीच भाईचारे को बढ़ाने तथा सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए आज धर्मसमदा मंदिर पर हिंदू धर्म के रीति - रिवाज से अपने बेटे सलमान का मुंडन संस्कार कराया है. मुसलमान होते हुए भी हिन्दू धर्म के प्रति उसके दिल में बहुत आदर है.