अमित सोनी/ललितपुर : उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है. वहीं कुछ हिस्से ऐसे भी हैं जहां किसान बारिश की राह देख रहे हैं. बुंदेलखंड के ललितपुर में किसानों को बारिश का बेसब्री से इंतजार है. बारिश का मौसम बीतने वाला है, लेकिन यहां बारिश उम्मीद से काफी कम है. ऐसे में अब लोग पुरानी परंपराओं का सहारा ले रहे हैं. बुंदेलखंड हमेशा अपनी अनोखी परंपराओं के लिए पहचाना जाता है. ऐसी ही एक अनोखी परंपरा बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में देखने को मिली. जहां बारिश नहीं होने की वजह से परेशान किसानों और ग्रामीण महिलाओं ने पाली तहसील क्षेत्र अंतर्गत कस्बे में एकत्रित होकर नगर के राजा , चेयरमैन या संभ्रांत नागरिक को आस्था की हथकड़ी में बांधकर पूरे शहर में घुमाया जाता है. इसके बाद शहर में स्थित महादेव के मंदिर में पहुंचकर भगवान को खुश करने के लिए माथा टेका है. इससे इंद्र देवता खुश होकर बारिश करें और सूखे की त्रासदी से नगर क्षेत्र वाले बच सकें.


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इस अनोखी परंपरा में ग्रामीण कस्बा पाली नगर पंचायत अध्यक्ष मनीष तिवारी के दोनों हाथ बांधकर उन्हें दोउवा मंदिर ले गए.  इस दौरान उनके साथ भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे. ढोल-नगाड़े की धुन पर नाचते गाते ग्रामीण मंदिर पहुंचे और यहां पूजन अर्चन की. इस दौरान सभी ने अच्छी बारिश होने की मन्नत मांगी. इसके बाद नगर पंचायत चेयरमैन के हाथ खोल दिए गए. 


 


बताया जाता है कि अच्छी बारिश के लिए एक अनोखी परंपरा बुंदेलखंड में सैकड़ों साल पुरानी है. जब भी अच्छी बारिश नहीं होती थी तो लोग अपने राजा के दोनों हाथ बांधकर देवताओं के मंदिरों पर ले जाते थे और पूजा अर्चना करते थे, तो बारिश होने लगती थी. इसी परंपरा का निर्वाह करते हुए जिले के कसबा पाली में रूठे मानसून को मनाने के लिए लोग अपने नगर पंचायत अध्यक्ष के हाथ बांधकर देवताओं के मंदिरों पर ले गए तथा पूजा अर्चना कर अच्छी बारिश की मनौती मांगी.


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