Lata Mangeshkar Memories: भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर आज हमें छोड़कर चली गईं. 92 साल की उम्र में 'भारत की नाइटिंगेल' ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में अंतिम सांस ली. दुनिया भर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब 50 साल तक हिंदी सिनेमा में अपने सुरों का जादू बिखेरा. आज उनकी याद में आपको सुनाते हैं एक किस्सा, जो शायद कम ही लोगों को पता हो.


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Lata Mangeshkar Passes Away: स्वर कोकिला लता मंगेशकर का असली नाम नहीं जानते होंगे आप? ऐसे हुआ था नामकरण


लता जी के इस गाने को सुन नम हो जाती हैं आंखें
आमिर खान की फेमस मूवी 'रंग दे बसंती' ने कई साल तक लोगों के दिलों पर राज किया. इस फिल्म की कहानी और गीत आज भी लोगों के जहन में बसे हैं. 'लुका छुप्पी' गाना एक ऐसा गाना है जो आज भी हम गुनगुनाया करते हैं. लता जी की आवाज में यह गाना सुन आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी. आज इस गाने से जुड़े एक किस्सा आपको सुनाते हैं.


गाने के लिए 8 घंटे खड़ी रही थीं लता जी
दरअसल, रंग दे बसंती के गाने लुका छुप्पी में आवाज लता मंगेशकर और म्यूजिक एआर रहमान ने दिया था. गाने के पीछे लता मंगेशकर ने काफी मेहनत की. कई दिनों तक इसके लिए उन्होंने रिहर्सल किया था. इसके अलावा, रिकॉर्डिंग के समय भी लता दीदी करीब 8 घंटे तक खड़ी रही थीं. 


थम गया लता मंगेशकर के सुरों का कारवां, मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में ली आखिरी सांस


शूटिंग के काफी पहले आ गई थीं लता मंगेशकर
यह बात मूवी प्रोड्यूसर राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने एक इंटरव्यू के माध्यम से बताई थी. उन्होंने बताया था कि गाने की शूटिंग 15 नवंबर को होनी थी, लेकिन लता मंगेशकर 9  नवंबर को ही चेन्नई आ गई थीं. लोगों को लगा कि वह किसी और काम से आई हैं, लेकिन फिर पता चला कि वह इसी गाने के लिए यहां आई हैं.


बिना खाने-पानी के 8 घंटे तक खड़ी रहीं
प्रोड्यूसर ने बताया कि 9 नवंबर से रोज लता दीदी इस गाने की रिहर्सल करती थीं. रोकॉर्डिंग के दिन लोगों ने रूम में लता जी के लिए पानी, खाने का सामान और कुर्सी सब रखवा दिया था, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं लिया और लगातार 8 घंटे तक खड़ी होकर रिहर्सल करती रहीं.


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