लखनऊ एयरपोर्ट अथॉरिटी (Lucknow Airport Authority) और किसानों के बीच गुरुवार को जमकर बवाल देखने को मिला. किसानों की जमीनों के बीच से एलिवेटेड रोड निकालने को लेकर झड़प (Farmers Protest) देखने को मिली. किसानों का आरोप है कि मामला हाइकोर्ट में विचाराधीन होने के बाद भी एयरपोर्ट अथॉरिटी प्रशासन के साथ मिलकर जबरन भूमि पर कब्जा करवा रहा है. इसके विरोध में पूरा दिन किसानों का धरना प्रदर्शन चला. लखनऊ पुलिस ने भूमि अधिग्रहण (land acquisition) और मुआवजे को लेकर आंदोलन कर रहे सैकड़ों किसानों को इको गार्डन में बंद कर दिया. किसान गिरफ्तारी देने पर आमादा थे. किसानों का रुख देखकर पुलिस प्रशासन उन्हें मनाने की कोशिश करता दिखा. 


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प्रशासनिक अधिकारी काफी देर तक मान मनौव्वल करते रहे. लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े थे. इनमें कई महिला प्रदर्शनकारी शामिल थीं. प्रदर्शनकारियों को बसों के जरिये ले जाया जा रहा था, तभी उन्होंने मीडिया के सामने अपनी बात रखी. सरोजनीनगर इलाके में चिल्लावां गांव के किसानों और  एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच भूमि के मुआवजे का विवाद लंबे समय से चल रहा है.किसान चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट अथॉरिटी से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं. वो शहीद पथ से हवाई अड्डे को जोड़ रही एलिवेटेड रोड के दायरे में आने वाली जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. 


किसानों का कहना है कि उनकी खड़ी फसलों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. प्रशासन के आगे कोई भी उनकी मदद को आगे नहीं आ रहा है. हालांकि उच्च अधिकारियों का कहना है कि बलपूर्वक कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है. उनके मुताबिक, किसानों और प्रशासन के बीच जल्द ही सहमति कायम कर ली जाएगी. प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि सरकार को उनकी समस्याओं का समाधान करने के बाद ही आगे बढ़ना चाहिए. प्रशासनिक अधिकारी वार्ता के जरिये मुद्दा सुलझाने में जुटे हैं.