लखनऊ : प्रयागराज में 24 फरवरी को हुई उमेशपाल की हत्या के बाद से ही उत्तर प्रदेश सरकार पहले से कहीं अधिक सतर्क और सख्त हो गई है. हालांकि माफियाओं को लेकर योगी सरकार भले ही एक्शन मोड में हो लेकिन कई ऐसे अपराधी वांछित हैं जो अब भी पुलिस की पकड़ से बहुत दूर चैन की जिंदगी काट रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कई और इनामी बदमाश
यूपी में मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट निकाली गई जिसमें उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स समेत कई और इनामी बदमाशों को शामिल किया गया और जिन्हें तलाशा जा रहा है. इनमें से किसी पर 50 हजार तो किसी पर 5 लाख तक का इनाम है. यूपी पुलिस की वेबसाइट पर वांटेड क्रिमिनल्स की लिस्ट में एक नाम दर्ज है और वो नाम है भूदेव सिंह. पिछले 4 साल से फरार भूदेव 5 लाख का इनामी बदमाश है. वह बाइक बोट (Bike Boat Scam) घोटाले में आरोपी बनाया गया है. वहीं 5 लाख का इनामी विजेंद्र सिंह हुड्डा नाम का भी एक आरोपी है. 


संजय भाटी के साथ भूदेव करता था काम
भूदेव मूल रूप से बुलंदशहर जिले का रहने वाला है. उसका घर वहलिमपुरा पन्नी नगर चामुंडा मंदिर के करीब है. बाद में वो उक्त जिले के ही बल्लीपुरा थाना कोतवाली के अजंता एनक्लेव में रहता था. नोएडा के रहने वाले बसपा नेता संजय भाटी ने एक कंपनी बनाई जिसका नाम गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड था. नेता ने बाइक बोट नाम से एक स्कीम के तहत सालभर तक निवेशकों को दो गुना लाभ कमाने का ऑफर दिया. असल में यह ऑफर नहीं बल्कि झांसा था जिसके तहत मल्टीलेवल मार्केटिंग स्कीम के बारे में लोगों को बताया गया. अधिक से अधिक लाभ कमाने के चक्कर में कंपनी में करोड़ों रुपये जमा करवा दिए गए. हालांकि मामले में संजय भाटी, राजेश भारद्वाज  और विनोद कुमार नाम के शख्स समेत 27 गिरफ्तार किए गए. इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने गिरफ्तारी की कार्रवाई को अंजाम दिया. 


कई राज्यों में भी दर्ज हैं केस
बाइक बोट घोटाले के सामने आने के बाद अन्य राज्यों में भी केस दर्ज किए गए हैं. दिल्ली में तीन, जालंधर में चार, हरियाणा के करनाल में चार और जयपुर, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश यहां तक कि तेलंगाना में एक एक केस दर्ज किए गए हैं. केवल उत्तर प्रदेश में ही कुल 118 केस दर्ज हैं. इनमें सबसे अधिक 96 केस गौतमबुद्धनगर में दर्ज किए गए हैं. बुलंदशहर जिले में 6 और गाजियाबाद में 5 केस हैं. 


सीबीआई के पास भी केस 
उसी तरह मेरठ और अलीगढ़ में भी 2-2 और मुजफ्फरनगर, हापुड़, बिजनौर, बागपत, आगरा जिले में भी एक केस दर्ज है. राजधानी  लखनऊ में एक-एक केस दर्ज हैं. गौतमबुद्धनगर में दर्ज 11 केस की जांच सीबीआई के हवाले कर दी गई थी. यूपी शासन के आदेश पर ही इसे 22 अक्टूबर, 2021 को सीबीआइ को दिया गया था वहीं ईओडब्ल्यू की मेरठ शाखा के द्वारा बाकी के 107 केसेज की जांच की जा रही है. 


यह भी पढ़ें- Atique Ahmed : अतीक का धमकी भरा व्हाट्सऐप चैट वायरल! बोला- इंशाअल्लाह सबका हिसाब होगा...


यह भी पढ़ें- Atiq murder case : रिमांड से तीन दिन पहले ही हत्यारों ने प्लानिंग कर ली थी पुख्ता, एनसीआर न्यूज के नाम पर चल रहा था पूरा खेल


Watch: पहली बार बगैर बुर्के के दिखी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन