अतीक अहमद/लखनऊ: जबरन धर्मांतरण को लेकर सरकार से लेकर सुप्रीम कोर्ट तर सभी सख्त रुख अपना रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार की तरह ही कई अन्य राज्यों की सरकार ने भी इसको रोकने के लिए कानून बनाए हैं. लेकिन जबरन धर्मांतरण से जुड़ा एक नया मामला लखनऊ से सामने आया है. जहां आरोप है कि पीड़ित लड़की ने उत्पीड़न के कारण फांसी लगा ली. 


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लड़की के पिता ने बताया कि उसकी बेटी पास के ही एक कारखाने में नौकरी करती थी. उसी कारखाने में आरोपी रफीक सिद्दीकी भी काम करती था. नौकरी के दौरान आरोपी रफीक मेरी बेटी को परेशान करता था. जिसके चलते मेरी बेटी ने वहां से नौकरी छोड़ दी. मेरी बेटी दूसरी जगह नौकरी करने लगी लेकिन आरोपी युवक का घर रास्ते में पड़ता था. नौकरी पर आते-जाते समय रफीक लड़की ने को टॅार्चर करना शुरू कर दिया. फिर लड़की ने दूसरे रास्ते से आना-जाना शुरु कर दिया. तब कई बार आरोपी रफीक ने कई बार घर आकर लड़की को धमकाया. उस पर अपना धर्म छोड़कर उसका धर्म अपनाने का दबाव बनाता था.


कहा जा रहा है कि आरोपी रफीक ने लड़की को इतना मेंटली टॅार्चर किया कि उसने कहीं आना जाना ही बंद कर दिया था. यहां तक की रफीक के डर से उसने नौकरी पर जाना ही बंद कर दिया था. 


युवती के पिता ने लगाए गंभीर आरोप


मीडिया से बात करते हुए युवती के पिता ने राफिक सिद्दीकी नामक व्यक्ति पर युवती को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि रफीक मेरी बेटी का धर्म बदलवाकर उससे शादी करना चाहता था.  रफीक मेरी बेटी के मोबाइल पर भी उर्दू में धर्म बदलने के लिए मैसेज किया था. मेरी बेटी ने मुझसे कहा था कि मैं मर जाऊंगी लेकिन धर्म नही बदलूंगी और आज मेरी बेटी दुनिया मे नही रही. मृतक लड़की के पिता ने पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है. 


पुलिस ने दी सूचना


मिली सूचना के आधार पर आपको बता दें कि पुलिस मामला दर्ज कर मामले की पड़ताल कर रही है. पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है जबकि पीड़ित परिवार का कहना मामला धर्म परिवर्तन का है.