UP Police Encounter: यूपी एसटीएफ की मुठभेड़ में खूंखार माफिया विनोद उपाध्याय ढेर, 35 से ज्यादा मुकदमों में वांटेड था
Vinod Upadhyay Encounter : मूलरूप से अयोध्या जिले के माया बाजार स्थित उपाध्याय के पुरवा का निवासी माफिया विनोद उपाध्याय का नाम प्रदेश के 61 माफिया की सूची में शामिल था.
आशीष श्रीवास्तव/सुल्तानपुर : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में गुरुवार को एसटीएफ ने बड़े माफिया और शार्प शूटर विनोद कुमार उपाध्याय को एक एनकाउंटर में मार गिराया. वह मूलरूप से अयोध्या जिले के माया बाजार स्थित पुरवा का निवासी था. गोरखपुर, बस्ती और संतकबीर नगर में विनोद उपाध्याय के खिलाफ 35 केस दर्ज थे लेकिन उसे किसी में भी सजा नहीं मिली थी.
विनोद उपाध्याय को 7 महीने से एसटीएफ और गोरखपुर क्राइम ब्रांच की टीम तलाश रही थी. विनोद उपाध्याय अयोध्या जिले के पुरवा का रहने वाला था और बीते साल सितंबर महीने में यूपी पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था.
विनोद उपाध्याय उस वक्त चर्चा में आया था जब उसने एक थप्पड़ मारे जाने की वजह से हत्या कर दी थी. विनोद उपाध्याय की लिए जिर्म की दुनिया में एंट्री इसी वारदात के जरिए हुई थी. दरअसल साल 2004 में गोरखपुर जेल में बंद अपराधी जीतनारायण मिश्र ने किसी बात पर विवाद होने के बाद उसे थप्पड़ जड़ दिया था.
जब अगले साल जीतनारायण मिश्र जेल से बाहर आया तो मौका देखकर विनोद उपाध्याय ने साल 2005 में संतकबीरनगर बखीरा के पास उसकी हत्या कर दी थ. जिससे वो सुर्खियों में आ गया.
विनोद उपाध्याय ने अपना एक संगठित गिरोह भी बनाया था. बनाकर जनपद गोरखपुर, बस्ती, संतकबीर नगर और लखनऊ में कई सनसनीखेज हत्या की वारदातों को अंजाम दे चुका था और काफी समय से एसटीएफ को उसकी तलाश थी.