गाजियाबाद : थाना साहिबाबाद इलाके में पक्षियों के तस्करी का मामला सामने आया है. दरअसल पशु प्रेमी गौरव गुप्ता और उनकी संस्था को पिछले काफी समय से सूचना मिली थी दिल्ली का रहने वाला शमीम नाम का व्यक्ति पिछले काफी समय से पक्षियों की तस्करी का काम कर रहा है. पीएफए की संस्था और उससे जुड़े लोगों ने उसे ट्रैक करते हुए उससे बाज पक्षी को खरीदने की बात कही. जिसके बाद उसने किसी व्यक्ति का नंबर देकर कहा कि यह उसका ही आदमी है और यह आपको बाज उपलब्ध करा देगा. इसके बाद वह व्यक्ति पीएफए के लोगों को बार-बार अपनी लोकेशन बदलकर गुमराह करता रहा.लेकिन लगातार लोकेशन पर पहुंचने पर व्यक्ति को साहिबाबाद इलाके में दबोच लिया गया. इसके पास से 5 बाज और एक चील बरामद किए गए हैं.


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साहिबाबाद तक कैसे पहुंचा तस्कर


एक बाज की कीमत तस्कर द्वारा एक लाख रुपये बताई गई थी. पीएफए से जुड़े एनिमल वेलफेयर ऑफिसर गौरव गुप्ता के मुताबिक यह बात संरक्षित प्रजाति के हैं तो ऐसे में इनकी तस्करी कैसे संभव है. गणतंत्र दिवस नजदीक है और प्रशासन चारों तरफ कड़ी सुरक्षा और निगरानी की बात कर रहा है तो ऐसे में दिल्ली से यहां तक एक टोकरी में 5 बाज और एक चील रखकर गाजियाबाद की तमाम लोकेशन पर किस तरह से पहुंचता रहा. यह सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े करता है. 


पंजाब का रहने वाला है आरोपी


साहिबाबाद पुलिस ने अब इस मामले को लेकर एक आरोपी को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिया गया आरोपी पंजाब का रहने वाला बताया जा रहा है. गौरव गुप्ता की शिकायत पर ही मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. पकड़े गए आरोपी से पूछताछ चल रही है.  एसीपी साहिबाबाद पूनम मिश्रा के मुताबिक अभी संबंधित एजेंसी या पता लगाएंगे कि यह बाज क्या पाकिस्तान से लाए गए हैं. दरअसल बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सीमा पर इन पक्षियों की तस्करी देश की जासूसी के लिए होती है. यही वजह है कि पुलिस पकड़े गए तस्कर से हर नजरिए से पूछताछ कर रही है.


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