Monkey Attack: बंदर को पसंद आया डीएम साहब का चश्मा, जानिए फिर बंदर ने क्या किया
Monkey Attack: जन्माष्टमी के मौके पर बांके बिहारी मंदिर में हुई घटना के मामले में डीएम और एसएसपी वृंदावन पहुंचे थे. वो मंदिर पहुंचने वाले सभी रास्तों का निरीक्षण कर रहे थे. इस दौरान बंदर ने डीएम साहब का चश्मा ले उड़ा.
मथुराः उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन के कण-कण में भगवान श्रीकृष्ण का वास माना जाता है. देश ही नहीं विदेशों में भी यह स्थान मशहूर है. यहां श्रीकृष्ण के दर्शन करने के लिए रोजाना हजारों श्रद्धालु वृंदावन आते हैं, लेकिन यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं का सिर दर्द बने हुए हैं वृंदावन के बंदर. बंदर किसी का फोन, किसी की टोपी तो किसी का बैग छपटकर भाग जाते हैं. आम इंसान तो इनका शिकार बनते ही हैं, लेकिन इस बार तो डीएम साहब के चश्मे पर ही बंदर ने झपट्टा मार दिया. आइए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है.
डीएम साहब का चश्मा ले उड़ा वृंदावन का बंदर
दरअसल, जन्माष्टमी के मौके पर बांके बिहारी मंदिर में हुई घटना के मामले में डीएम मथुरा नवनीत सिंह चहल और एसएसपी वृंदावन पहुंचे थे. वो मंदिर पहुंचने वाले सभी रास्तों का निरीक्षण कर रहे थे. इस दौरान बंदर ने डीएम साहब के चश्मे पर झपट्टा मारा और चश्मा ले उड़ा. पुलिस कर्मियों ने काफी मशक्कत की जिसके बाद डीएम साहब का चश्मा बंदर से छुड़वाया जा सका.
आपको बता दें कि मथुरा और वृंदावन में बंदरों का बहुत आतंक है. यहां बंदर हर रोज लोगों को घायल करते हैं. आपको बता दें कि यहां बंदरों के कारण अब तक कई लोगों की मौते भी हो चुकी हैं. यहां लोगों को सामान पर अचानक झपट्टा मारकर भाग जाना बंदरों के लिए बहुत आम बात हो चुकी है.
घटना का जायजा लेने वृंदावन पहुंचे थे डीएम
दरअसल, मंगला आरती के दौरान वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में हुई दो श्रद्धालुओं की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं. इसी के चलते मथुरा डीएम और एसएसपी वृंदावन बांके बिहारी मंदिर पहुंचे. उन्होंने वृंदावन बांके बिहारी मंदिर पहुंचने वाले सभी रास्तों का निरीक्षण किया और आने और जाने वाले मार्गों, वृंदावन बांके बिहारी के अंदर बने परिसर का जायजा ले रहे थे.
इस दौरान एक बंदर उनका चश्मा लेकर भाग गया. इस दौरान वहां काफी भीड़ इकट्ठी हो गई. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने काफी कोशिश की बंदर से चश्मा छुड़ाने की. बंदर खुद ही चश्मा लौटा दे इसका भी इंतजार किया, लेकिन बंदर तो बंदर है. आखिर में कुछ स्थानीय लोगों की मदद से बंदर से चश्मा वापस लिया जा सका. वहां मौजूद लोगों में से किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. अब यह वीडियो काफी वायरल हो रहा हैं.
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वृंदावन जा रहे हैं तो रखें सावधानी
अगर आप भी वृंदावन आ रहे हैं तो अपना सामान जैसे कि चश्मा, टोपी, मोबाइल, बैग आदि हाथ में न रखें. क्योंकि भगवान बांके बिहारी मंदिर को जाने वाले हर रास्ते पर बंदरों का कड़ा पहरा होता है. ना ना आपके सामान की रक्षा के लिए नहीं बल्कि ये उत्पाती बंदर हर वक्त आपका सामान उड़ाने की फिराक में ही रहते हैं. ये कब आपका चश्मा, मोबाइल छीन कर ले जाएंगे आप सोच भी नहीं पाएंगे.
फिरौती का खेल
पलक झपकते ही यहां के बंदर लोगों के सामान पर झपट्टा मारकर उड़ा ले जाते हैं और लोग देखते ही रह जाते हैं. इसके बाद लोगों की पूरी कोशिश होती है कि उन्हें जैसे तैसे उनका सामान वापस मिल जाए. बस फिर यहीं से बंदरों का असली खेल शुरू होता है, इसे फिरौती का खेल भी कहा जा सकता है.
कोई भी फिरौती दिए बिना अपना सामान वापस नहीं पा सकता. फिरौती खोर बंदर किसी का सामान छीनकर ले जाएं तो अपना सामान वापस पाने के बदले आपको इन्हें कुछ न कुछ तो देना ही होगा. अगर कोई इन्हें सामान के बदले खाने की कोई भी चीज देने में थोड़ी भी देर कर दे तो बंदर लोगों के सामान को कुछ ही मिनटों में बर्बाद कर देते हैं.
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