अजय कश्यप/ बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में इत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ((Maulana Tauqeer Raza) ) ने इस्लामिया मैदान में युवाओं में दुरूद का आयोजन किया. जिला प्रशासन की बात करें तो उन्होंने मौलाना तौकीर रजा को सिर्फ 1500 लोगों को इस कार्यक्रम में शरीक होने की इजाजत दी थी, लेकिन इसके बावजूद मौलाना के ऐलान पर इस्लामिया मैदान में 25000 से भी ज्यादा तादाद में लोग पहुंचे. जिला प्रशासन ने जो 24 बिंदुओं की परमिशन देते हुए नियम कायदे बनाए थे उनको दरकिनार कर दिया गया. ऐसे में कहा जा सकता है कि मौलाना तौकीर रजा ने जिला प्रशासन की बंदिशों को तार-तार कर दिया.


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केंद्र सरकार पर साधा निशाना
मंच पर आते ही मौलाना तौकीर रजा ने सबसे पहले मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम संत्री पीले लोग हैं अगर हम ट्रेन चलाते तो हमारी सुनवाई होती, लेकिन हम अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से कर रहे हैं. इसलिए हमारी सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरीके से मुस्लिम विरोधी नीति पर चल रही है. साथी योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि वह राजधर्म की पालन कर रहे हैं. 


मौलाना तौकीर रजा ने मंच से केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें उत्तर प्रदेश सरकार से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हमारा विरोध केंद्र सरकार से है, क्योंकि पैगंबर इस्लाम पर टिप्पणी करने वालों के खिलाफ किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रदर्शन पूरे देश में तब तक जारी रहेंगे जब तक की नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करके उसको जेल नहीं भेजा जाएगा.उन्होंने कहा कि जिन्होंने ट्रेन जलाई उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ऐसे में बेईमानों की सरकार से आखिर कैसी आशा की जा सकती है.


इसलिए नहीं देंगे ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद मौलाना तौकीर रजा नाका राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन देने का कार्यक्रम था, लेकिन मोदी सरकार को बेईमानों की संज्ञा देते हुए अपना ज्ञापन देने से साफ इनकार कर दिया.उन्होंने कहा कि यह बेईमानों की सरकार है. इनको सिर्फ मुसलमानों से ही दिक्कत है तो ऐसी सरकार को भला हम कैसे ज्ञापन दे दे.उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को बिल्कुल दिखाई नहीं दे रहा है कि पूरे देश में भारत की कितनी बदनामी हो रही है. भारत सिर्फ उनका देश नहीं है बल्कि हर मुसलमान का इस पर उतना ही हक है. मौलाना ने कहा कि अब नरेंद्र मोदी को अपना ज्ञापन नहीं भेजेंगे बल्कि यूएनओ को ज्ञापन देकर मोदी की पोल खोलने का काम करेंगे मौलाना ने कहा कि अब वह ना तो गवर्नर को ज्ञापन देंगे.


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