पारस गोयल/मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक कर्मचारी और प्रॉपर्टी डीलर ने अपने ही ऑफिस में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सुसाइड के बाद मृतक के घर में हड़कंप का माहौल है. परिजनों का आरोप है कि बीते दिनों मेरठ के थाना गंगा नगर क्षेत्र में अमन विहार में हुई डकैती के मामले में पुलिस ने मृतक को सरधना से हिरासत में लिया थ. लगातार तीन दिन तक उसको थाने में रखा था. जिसके बाद से मृतक डिप्रेशन में चल रहा था. ऐसे में रविवार को उसने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया.


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पुलिस ने तीन दिन तक हिरासत में लेकर थाने में रखा था
इंचोली थाना क्षेत्र के बीटा गांव के रहने वाले फेरम सिंह गंगानगर एफ ब्लॉक में परिवार के साथ रह रहे थे.वह मेरठ कॉलेज में कार्यरत था और प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम किया करता था. दरअसल बीते सोमवार को अमन विहार में सपा कार्यकर्ता और व्यापारी श्रवण कुमार के यहां डकैती की सजा हुई थी. इस मामले में 16 नवंबर को पुलिस ने शेर सिंह राणा समेत अन्य दो लोगों को पूछताछ के लिए 3 दिन तक थाने में बैठाकर रखा. बीते 18 नवंबर को उन्हें छोड़ दिया गया था.


परिजनों ने लगाए ये आरोप
परिजनों की मानें तो उसके बाद से ही फेरम डिप्रेशन में चल रहा था और खाना भी नहीं खा रहा था. उसे दोबारा परेशान ना करें और समाज में उसकी बदनामी ना हो इसके चलते हुए सुसाइड कर लिया. उन्हें डर था कि पुलिस दोबारा उन्हें उठा लेगी इससे समाज में बदनामी होगी.  रविवार शाम को फेरम अम्हेडा रोड स्थित अपने प्रॉपर्टी डीलिंग ऑफिस पर पहुंचे. वहां उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कई बार फोन करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया तब जाकर परिवार के लोगों ने उनकी तलाश शुरू की.उन्हें तलाशते हुए पहले थाने पहुंचे फिर उसके बाद उनके ऑफिस पहुंचे. वहां देखा तो अंदर से दरवाजा बंद था. दरवाजा तोड़कर परिजन अंदर पहुंचे तो उन्हें फांसी पर लटका पाया.


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