मेरठ: योगी सरकार (Yogi Government) में पिछले 5 महीनों में सोतीगंज ( Meerut Sotiganj Market) की 30 साल पुरानी तस्वीर बदल गई है. सरकार के सख्त एक्शन की वजह से माफिया के हौसले पस्त हुए हैं. जो कुख्यात बाजार चोरी के वाहन पार्ट्स से गुलजार रहता था, अब इसी में जूते ,कपड़े और फ्रूट्स बिकेंगे. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में एक जनसभा में मेरठ के सोती गंज का चोर बाजार का उदाहरण देते हुए कानून व्यवस्था के मोर्चे पर योगी सरकार की पीठ थपथपाई थी.


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पुलिस के खौफ से कबाड़ी माफिया के हौसले पस्त 
पुलिस के खौफ से सोतीगंज के कबाड़ माफियाओं के हौसले पस्त हो गए हैं. अब उन्होंने इस कालाबाजारी के धंधे को छोड़कर दूसरे कामकाज पर दिमाग लगाना शुरू कर दिया है. बाजार में अब कपड़े, शू स्टोर और फ्रूट की दुकानें खुल गई हैं. जिनके बाहर रातों रात नए धंधों के पोस्टर टांग दिए गए हैं. जिसके बाद अब यह पोस्टर वाली दुकानों के फोटो वायरल हो रहे हैं.  वाहन कबाड़ी ने इस धंधे से किनारा करते हुए पुलिस अपने शपथ पत्र सौंपे हैं. 


मेरठ सोतीगंज का यह इलाका दिल्ली रोड व सदर बाजार क्षेत्र से लगा हुआ है. पहले यहां दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को खरीदने और पुराने वाहनों को ठीक करने का काम होता था. लेकिन बाद में दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को काटने की आड़ में चोरी और लूट के वाहन काटे जाने लगे. यूपी, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों से लूट और चोरी के वाहन मिनटों में काट दिए जाते. जिसकी वजह से चोरी के वाहनों की भनक तक नहीं लग पाती थी. 


चोरी के वाहनों के धंधे से जुटाई अरबों की संपत्ति
सालों से चल आ रहे इस कालाबाजारी के धंधे से वाहन माफियाओं ने अरबों की संपत्ति जुटाई थी. लेकिन योगीराज में पुलिस इन बाजारी का धंधा करने वालों पर कार्रवाई का चाबुक चला रही है. बीते 5 महीनों में पुलिस ने 32 से ज्यादा वाहन माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई को अंजाम दिया है. इसके अलावा इनकी 40 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को कुर्क किया गया है. वहीं, वाहन चोरी और चोरी के पार्ट्स बेचने वाले 100 से ज्यादा आरोपियों की क्राइम कुंडली तैयार कर ली गई है. पुलिस ने बकायदा ऐसे दुकानदारों को नोटिस भी जारी किए हैं. और उनकी दुकान है नोटिस का जवाब देने तक बंद करवा दी है.


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