Meerut: हर किसी पर चढ़ा आजादी के महोत्सव का रंग, `मेरा रंग दे बसंती चोला` गाने पर झूम उठीं बुजुर्ग
Azadi Ka Amrit Mahotsav: मेरठ के दौराला में भी जब एक बुजुर्ग महिला ने चौराहे पर देशभक्ति के तराने सुने तो खुद को झूमने से रोक नहीं पाईं. एक बुजुर्ग महिला का ये उत्साह देखकर अन्य महिलाओं ने उन्हें गोद में उठा लिया.
पारस गोयल/मेरठ: पूरे देश में आजादी का महापर्व मनाया जा रहा है. क्रांति की नगरी मेरठ की तो छटा ही निराली है. यहां आज 80 साल की एक बुज़ुर्ग महिला के कदम मेरा रंग दे बसंती चोला गीत पर थिरक उठे. आजादी के अमृत महोत्सव में हाथ में तिरंगा लेकर इस बुजुर्ग महिला रामकली ने डांस किया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया. मल्हू सिंह स्कूल की प्रिंसिपल डॉ नीरा तोमर ने बुजुर्ग महिला में देश प्रेम की भावना देखकर उन्हें गोद में उठा लिया. इसके बाद भी रामकली रुकी नहीं और प्रिंसिपल की गोद में ही थिरकती रहीं.
कोना-कोना तिरंगे के तीन रंगों में सराबोर
आजकल देश-प्रदेश का कोना-कोना तिरंगे के तीन रंगों में सराबोर है. शहर से गांव तक आजादी के तराने गूंज रहे हैं. स्वतंत्रता दिवस के जश्न में लोग जाति, उम्र का भेद भूलकर खुशियां मना रहे हैं. मेरठ के दौराला में भी जब एक बुजुर्ग महिला ने चौराहे पर देशभक्ति के तराने सुने तो खुद को झूमने से रोक नहीं पाईं.
एक बुजुर्ग महिला का ये उत्साह देखकर अन्य महिलाओं ने उन्हें गोद में उठा लिया. बुजुर्ग महिला रामकली हाथ में तिरंगा लेकर डांस करने लगीं. बुजुर्ग में देशभक्ति का ये जज्बा देखकर दूसरे लोग भी हैरान रह गए.
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देशभक्ति गीतों पर झूमी टीचर्स और महिलाएं
मेरठ के दौराला, मटौर के मल्हू सिंह आर्य कन्या इंटर कॉलेज की तरफ से स्कूल के बाहर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रम हो रहा था. इसमें स्पीकर पर देशभक्ति के तराने बजाए जा रहे थे. साथ ही स्कूल प्रिंसिपल और टीचर मिलकर तिरंगा यात्रा निकाल रही थी. सभी टीचर्स हाथ में तिरंगा लिए निकल रही थीं. टीचर्स के साथ गांव की कुछ महिलाएं भी इसमें शामिल थीं. स्पीकर पर देशभक्ति के गीत सुनकर प्रिंसिपल डॉ नीरा तोमर और स्कूल टीचर्स वहीं रुककर भारत माता के नारे लगाने लगीं तो कुछ महिलाएं डांस भी करने लगीं.
कस्बे में रहने वाली 80 साल की बुजुर्ग महिला ने जैसे ही दूसरी औरतों और टीचर्स को भारत माता का नारा लगाकर हाथ में तिरंगा लिए देखा तो खुद को रोक नहीं सकीं. वो भी इस आयोजन में आ गईं. जैसे ही टीचर्स, महिलाएं गीतों पर थिरकना शुरू हुई बुजुर्ग महिला ने खुद हाथों में एक शिक्षिका का तिरंगा ले लिया और झूमने लगीं.
ऐतिहासिक घंटाघर की बढ़ी खूबसूरत
इधर आजादी के अमृत महोत्सव पर शहर की इमारतें भी तिरंगे के रंग में नहाई नजर आ रही हैं. मेरठ का ऐतिहासिक घंटाघर तो इतना खूबसूरत लग रहा है कि लोग रुक रुककर सेल्फी ले रहे हैं. लोगों का कहना है कि ऐतिहासिक घंटाघर मेरठ की क्रांति का गवाह है. वहीं, अमर जवान ज्योति पर लगातार लोगों का तांता लगा हुआ है. शहीद स्मारक पर भी वीर शहीदों को नमन करने के लिए देशभक्त पहुंच रहे हैं और श्रद्धा से शीश झुका रहे हैं.
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