Menopause: मेनोपॉज, शब्द दो ग्रीक शब्दों Meno और Pose से मिलकर बना है, जिसमें मेनो का मतलब है महीना और पॉज का मतलब है विराम. मेनोपॉज वो समय है, जिसमें महिलाओं को पीरियड्स होना बंद हो जाते हैं, इसे मेंस्ट्रुअल साइकिल का एंड भी कहते हैं. मेनोपॉज एक नेचुरल प्रोसेस है, जो महिलाओं को 45-50 साल की उम्र के बीच कभी हो सकता है. बढ़ती उम्र के साथ सभी महिलाओं को मेनोपॉज की सामान्य समस्या से गुजरना पड़ता है. आज के इस आर्टिकल में हम मेनोपॉज के दौरान शरीर में होने वाले बदलावों और उन्हें बैलेंस करने के कुछ टिप्स साझा करेगें. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मेनोपॉज के लक्षण
1. नियमित मासिक धर्म, रूक जाना. 
2. कमर के ऊपरी हिस्‍से में अचानक गर्माहट महसूस होना. 
3. रात में पसीना आना.
4. स्किन का ड्राई होना.
5. स्‍वभाव में बदलाव आना या इमोशनल होना.
6. याद्दाश्‍त कमजोर होना.
7. यौन संबंध की इच्छा कम हो.


Benefits of Turmeric: पैसों से स्वास्थ्य तक सब हो जाएगा बेहतर, बस अपनाएं हल्दी के ये उपाय


मेनोपॉज के दौरान ऐसे रखें खुद का ध्यान
महिलाओं में मेनोपॉज के बाद शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, इसलिए जरूरी होता है कि इस दौरान आप अपने खान-पान का ध्यान रखें और संतुलित आहार लें. डायट में सेचुरेटेड फैट, ऑइल और शुगर को कम करने के साथ कई प्रकार के फल, सब्जियां और साबुत अनाज को शामिल करें. डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और पनीर का सेवन करें, जिससे शरीर को कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्निशियम, विटामिन-D और विटामिन-K मिलता रहे.  इस दौरान आप चाय-कॉफी का सेवन भी कम से कम करें.


योग को डेली रूटीन में करें शामिल
मेनोपॉज के दौरान आपका वजन बढ़ सकता है ऐसे में जरूरी है कि बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए आप योग को अपने डेली रूटीन में शामिल करें. आप दिन में 30-40 मिनट वॉक भी कर सकते हैं. 


Watch live TV