राजेश मिश्र/मिर्जापुर: मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल में रविवार की रात बीजेपी विधायक रत्नाकर मिश्र पहुंचे. बताया जा रहा है कि विधायक महोदय काफी गुस्से में अस्पताल पहुंचे थे. इस दौरान विधायक रत्नाकर मिश्र ने चिकित्सा की बदहाल व्यवस्था पर अस्पताल कर्मियों की जमकर क्लास लगाई. विधायक ने कहा, ''मैंने कहा था ना कि हम आ रहे हैं, यैसी की तैसी करने. आक्रोशित विधायक ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को फोन लगाकर फार्मासिस्ट को बात करने के लिए मोबाइल पकड़ा दिया. इस दौरान वह सर, सर की रट लगाए रहा. डिप्टी सीएम की फटकार के बाद सांस के मरीज तकरीबन 75 साल के मरीज गुलाब चंद्र जायसवाल को अस्पताल में बेड मिल सका.


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परिजन विधायक को लेकर पहुंचे मंडलीय अस्पताल
आपको बता दें कि नगर के संकट मोचन मोहल्ला निवासी गुलाब चंद्र जायसवाल को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी. परिजन उन्हें लेकर मंडलीय अस्पताल में पहुंचे थे. इमर्जेन्सी में तैनात डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए वेंटिलेटर की सुविधा न होने की बात कहा.  डॉक्टर ने उन्हें रेफर करने की सलाह दी. फिर क्या था परिजनों ने मामले की जानकारी विधायक रत्नाकर मिश्र को दी.


आदत सुधार लीजिए. यह नहीं चलेगा
आपको बता दें कि जानकारी मिलते ही विधायक रत्नाकर मिश्र ने डॉक्टर से बात कराने को कहा. विधायक के अनुसार मोबाइल में सिगनल न होने से बात समझ में नही आ रही थी. जिसके बाद वो खुद विंध्याचल से मंडलीय अस्पताल पहुंचे. मंडलीय अस्पताल में विधायक के पहुंचने पर हडकंप मच गया. मौके पर मौजूद इमरजेंसी में तैनात चिकित्साधिकारी भी मामले में सफाई देने लगे. इस पर विधायक ने कहा, ''मेरे वार्ता करने के दौरान कह रहे थे कि आवाज नहीं आ रही हैं. कह रहे थे मरीज बाहर ले जाएं, भर्ती नहीं करेंगे. आदत सुधार लीजिए, ये नहीं चलेगा.


सीएम योगी का है सख्त निर्देश
इस दौरान विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश है कि किसी मरीज को असुविधा न हो. अस्पताल आने पर व्यवस्था देखा. बेड की व्यवस्था किया. अस्पताल में बेड फुल हो गया है. प्रयास है कि कोई मरीज बाहर न जाएं. उन्होंने कहा कि थोड़ा और व्यवस्था होनी चाहिए.


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