अतुल कुमार यादव/गोंडा: जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत धरमेई गांव की रहने वाली 46 साल महिला 7 साल पहले गुमशुदा हो गई थी. परिजनों के काफी खोजने के बाद भी वह नहीं मिली. थक हार कर परिजन अपने घर पर बैठ गए थे. लेकिन इसी बीच सोमवार को गोंडा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी.  गोंडा पुलिस ने नेपाल पुलिस की मदद से 7 साल पहले गुमशुदा महिला को सकुशल वापस लाने में सफल रही. महिला को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. 7 साल बाद महिला की घर वापसी पर परिवार और गांव में जश्न का माहौल है. स्थानीय लोग भी गोंडा पुलिस द्वारा किए गए इस कार्य की लोग सराहना कर रहे हैं.


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नेपाल से मिला सुराग


बताया जा रहा है कि नेपाल में मानव सेवा आश्रम नाम की संस्था है जो समाज सेवा और वृद्धा आश्रम चलाने का काम काम करती है. मानव सेवा आश्रम संस्था के माध्यम से गोंडा पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला उम्र लगभग 46 वर्ष जो धरमेई थाना इटियाथोक जनपद गोंडा की रहने वाली है. वह इस संस्थान में मौजूद है. वह अपने आप को गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत धरमेई गांव की रहने वाली बता रही है. इटियाथोक पुलिस ने जब गुमशुदा रजिस्टर चेक किया तो पता चला कि 7 साल पहले गुमशुदा हुई महिला ही है, जिसके बाद गोंडा पुलिस नेपाल पहुंची.


नेपाल पुलिस ने किया सहयोग


नेपाल पुलिस के माध्यम से महिला को लिखा-पढ़ी के बाद गोंडा लाई. परिजनों को सूचना दी गई. सूचना मिलने के बाद परिजनों को भरोसा नहीं हुआ. उसके बाद आनन-फानन में थाने पहुंचे जहां 7 साल बाद महिला को सामने देखकर परिजन खुशी से झूम उठे.  
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अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति के मुताबिक ''धरमेंई गांव की रहने वाली एक 46 वर्षीय महिला 7 साल पहले गुमशुदा हो गई थी. गोंडा पुलिस ने नेपाल से महिला को लाकर परिजनों को सौंप दिया है. महिला को पाने के बाद परिवार और गांव में जश्न का माहौल है लोग गोंडा पुलिस की सराहना कर रहे हैं.''


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