विनीत अग्रवाल/अमरोहा: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) ट्विटर अकाउंट पर विजयदशमी की पोस्ट डालने के बाद कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए हैं. कट्टरपंथियों उन पर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं. बता दें, भारतीय क्रिकेटर उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के अलीनगर गांव के रहने वाले हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको बता दें कि अमरोहा के रहने वाले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर विजयदशमी के पर्व पर मुबारकबाद की एक पोस्ट ट्वीट पर पोस्ट की थी. 5 अक्टूबर को उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''दशहरे के शुभ अवसर पर, मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान राम आपके जीवन को ढेर सारी खुशियां, समृद्धि और सफलता से भर दें. आपको और आपके परिवार को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं.''



जिसके बाद कट्टरपंथी मोहम्मद शमी के ट्वीटर पर तरह तरह टिप्पणी कर रहे हैं. वहीं शमी के गांव के लोग उनके समर्थन में उतर आए हैं और कट्टरपंथियों के द्वारा किए गए ट्वीट का खुलकर विरोध कर रहे हैं. 



उनका कहना है कि शमी का जो लोग विरोध कर रहे हैं, वह मुखालफती लोग हैं. शमी ने जो बधाई दी है वह भाईचारे की एक मिसाल है क्योंकि हिंदुस्तान में सभी धर्म के लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं. जो लोग ऐसा करते हैं उनकी लोग साफ-साफ दर्शाती है कि वह किस के विरोधी हैं. 


बता दें, भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में स्टैंडबाय खिलाड़ी के तौर पर जगह मिली है. वहीं, बुमराह के रिप्लेसमेंट के तौर पर मोहम्मद शमी को जगह मिल सकती है. उनके अलावा इस रेस में दीपक चाहर, मोहम्मद सिराज भी रेस में शामिल हैं. माना जा रहा है बीसीसीआई बुमराह के रिप्लेसमेंट का ऐलान 15 अक्टूबर तक कर सकता है.