लखनऊ: देश की आंतरिक सुरक्षा, अपराध आदि विषयों को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हरियाणा के फरीदाबाद में बैठक होगी. देश भर में कानून व्यवस्था के 'योगी मॉडल' की चर्चा के बीच CM योगी आदित्यनाथ बैठक में शामिल होंगे. इससे पहले ही NCRB आंकड़ों में क्राइम कंट्रोल का योगी मॉडल साफ दिखाई दे रहा है.


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उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर 'योगी मॉडल' देशभर में हिट है. संगठित अपराध का सफ़ाया हो या फिर महिला अपराधों में सजा दिलाने की बात एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है. सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्त प्रशासक छवि की वजह से उत्तर प्रदेश की जनता सुरक्षित हुई है. 


महिला-बच्चों के खिलाफ अपराध में आई कमी
NCRB के ताजा आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में महिलाओं/बच्चों के खिलाफ अपराधों में कमी आई है. साल 2019 में यूपी में बच्चों के खिलाफ 18943 मामले थे, जो साल 2021 में घटकर 16838 हो गए. बाल अपराधों में 11.11 फीसदी की कमी आई है. वहीं, 2019 में UP में महिलाओं के खिलाफ 59853 मामले दर्ज जो 2021 में घटकर 56083 हो गए. 2019 की तुलना में 2021 में महिला अपराधों में 6.2 फीसदी की कम आई है. 


साइबर क्राइम के मामले भी घटे
इसके अलावा एनसीआरबी डेटा के मुताबिक यूपी में साइबर क्राइम के मामले भी 2021 में घटकर 8829 हो गए. साइबर क्राइम के मामलों में 22.6 फीसदी की कमी आई है. 


UP में सांप्रदायिक सौहार्द बरकरार,  UP बना दंगामुक्त प्रदेश
प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बरकरार है.  एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश दंगामुक्त प्रदेश बना है. 2021 में केवल एक सांप्रदायिक हिंसा की घटना हुई जबकि 2019 और 2020 में एक भी घटना नहीं हुई. बता दें, देश में साल 2021 में कुल 378 सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं दर्ज हुईं. जिनमें झारखंड में 100, बिहार-51, राजस्थान-22, महाराष्ट्र-77, और हरियाणा में 40 घटनाएं दर्ज की गईं.