सैयद हुसैन अख्तर/रायबरेली: अगर आप ऑनलाइन खरीददारी करने के लिए वेबसाइट पर जा रहे हैं तो होशियार हो जायें. इन वेबसाइट पर आर्टिकल सर्च करते ही आकर्षक ऑफर वाले पॉपअप आपकी जेब खाली कर सकते हैं. रायबरेली जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जहां एक युवक को साइबर फ्रॉड के जरिए आठ लाख रुपये का चूना लगाया है. 


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ऐसे दिया फ्रॉड को अंजाम
बछरावां के रहने वाले प्रदीप बाजपेयी को जी आइ वायर चाहिए था. उन्होंने जस्टडायल साइट पर जी आइ वायर डाल कर सर्च किया तो कई कंपनी के पॉप अप सामने आ गये. पॉप में से एक कम्पनी के रेट काफी कम नज़र आने पर व्यापारी ने वहां दिये गये नंबर पर कॉल किया. आकर्षक रेट के जाल में फंसकर प्रदीप ने टेलीफोन पर ही आर्डर दे दिया. उधर कंपनी प्रतिनिधि बनकर बात कर रहे साइबर अपराधी ने माल की कई फ़ोटो व्हाट्सएप पर शेयर करके उसकी पैकिंग कराये जाने का मैसेज देते हुए ट्रांसपोर्टेशन का बिल भी भेज दिया. 


कॉल की तो बंद मिले नंबर
प्रदीप कुमार पूरी तरह आश्वस्त हो गये तो कंपनी का प्रतिनिधि बना साइबर अपराधी आठ लाख रुपये अकाउंट में ट्रांसफर करा लेता है. अमाउंट ट्रांसफर होने के बाद तय समय पर माल नहीं पहुंचा तो प्रदीप कुमार ने उसी नंबरों पर काल किया, जिस पर साइबर अपराधी बात कर रहा था. व्यापारी के पैरों तले तब ज़मीन सरक गई जब सभी नंबर इसे बंद मिले. 


फ्रॉड होने पर पुलिस से की शिकायत
खुद के साथ फ्राड होने का एहसास होते ही प्रदीप कुमार ने बछरावां थाने में तहरीर देते हुए बताया कि सन इंफ्रा नाम की कम्पनी का प्रतिनिधि अजीत तुरहा ने आठ लाख रुपये अकाउंट में ट्रांसफर करा लिया और अब मोबाइल बंद कर लिया है. उधर वेबसाइट पर पड़ी कंपनी के अन्य नंबर पर काल किया तो किसी रवि नाम के व्यक्ति ने बात करते हुए कहा कि वह किसी अजीत को नहीं जानता है और न ही उसके यहां जीआई वायर की सप्लाई होती है.


पुलिस ने शुरू की जांच-पड़ताल
उसने बताया कि उसके यहां दोना पत्तल बनाने वाली मशीन सप्लाई की जाती है. पुलिस को इतनी जानकारी मिली तो आईटी में ग्रेजुएट डिप्टी एसपी अरुण नौहार ने इस केस को सॉल्व करने का निर्देश देते हुए इस पर काम शुरू किया. पुलिस ने कुछ दिन बाद सन इंफ्रा से दोना पत्तल बनाये जाने की मशीन खरीदने की इच्छा जताई तो पुनः अजीत तुरहा ने संपर्क साध लिया.


पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार 
पुलिस उससे लगातार बात करते हुए सर्विलांस के माध्यम से पटना तक पहुंच गई. पटना में पुलिस ने अजीत तुरहा व रवि समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके कब्ज़े से आठ लाख रुपये जो प्रदीप ने भेजे थे उसके समेत हैदराबाद के अन्य व्यक्ति का जो इनका शिकार हुआ था, उसके भी सवा लाख रुपये बरामद कर लिए.


पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि सभी साइबर ठग पढ़े लिखे हैं. जिनमें रवि एमबीए का डिग्री धारक हैं और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का एक्सपर्ट है. पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि रवि इस पूरे गैंग का मास्टर माइंड है और अब तक देशभर में 200 लोगों को ठगी के लिए लाइन अप किये हैं. बिहार में भागलपुर और पटना के रहने वाले यह सभी अपराधी अब रायबरेली पुलिस की गिरफ्त में हैं.