UP News: यूपी में दिवाली से पहले धनवान होंगे धान के किसान, 20 अक्टूबर से लाखों किसानों पर बरसेगा पैसा
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत पहली नवंबर से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में खरीद शुरू किया जाना प्रस्तावित है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में पहली अक्टूबर से धान खरीद प्रारंभ है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में धान खरीद 20 अक्टूबर से अयोध्या और लखनऊ संभाग में शुरू हो जाएगी. जबकि एक नवंबर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद पूर्वी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में प्रारंभ होगी. खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के तहत पहली नवंबर से ये खरीद हो रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली अक्टूबर से धान खरीद चल रही है.
पूर्वी यूपी के 3,08,663 किसानों ने धान बिक्री हेतु ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. 2282 कृषकों से 13648 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है. पिछले साल इस अवधि में 332 किसानों से 1614 मीट्रिक टन खरीद की गई थी.
किसानों के हित में धान की आवक
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के अनुसार किसानों के हित में धान की आवक देखते हुए पूर्वी उप्र के लखनऊ संभाग के लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव तथा अयोध्या संभाग के जनपद सुल्तानपुर, अमेठी अयोध्या, अंबेडकर नगर, बाराबंकी में धान की खरीद 20 अक्टूबर से प्रारम्भ होगी. इसके लिए उक्त जनपदों के जिलाधिकारियों को क्रय केंद्र क्रियाशील कराते हुए किसानों से धान की खरीद प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
इन जनपदों में किसान 20 अक्टूबर से धान बिक्री कर सकते हैं. गत वर्ष 1614 मीट्रिक टन की खरीद हुई थी. अब तक 13648 मीट्रिक टन खरीद हो चुकी है. पिछली बार सभी एजेंसियों से 1614 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी. खाद्य व रसद विभाग के मुताबिक बुधवार तक 13648.46 मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है. 2282 किसान इससे अभी तक लाभान्वित हो चुके हैं. 730 केंद्रों पर 13640.22 मीट्रिक टन क्रमिक धान खरीद कॉमन व हाइब्रिड 8.24 मीट्रिक टन हुई है.
योगी सरकार की पारदर्शी प्रक्रिया से किसानों को 2786.55 लाख का भुगतान किया जा चूका है. वहीं बाजरा का समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित हुआ है. 40 जनपदों में 369 क्रय केंद्रों से खरीद की गई है.
योगी सरकार श्रीअन्न (मिलेट्स) के प्रोत्साहन पर पूरा ध्यान रखी है. मिलेट्स वर्ष के अंतर्गत योगी सरकार एक तरफ जहां आगामी 27 से 29 अक्टूबर तक श्रीअन्न महोत्सव का आयोजन कर रही है, वहीं किसानों द्वारा इसकी खरीदारी पर भी काफी जोर दे रही है. योगी सरकार की पारदर्शी प्रक्रिया से अब तक 2612 किसानों से 14066.30 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की जा चुकी है. इसके लिए 40 जनपदों में 369 क्रय केंद्रों से खरीद की गई है. इस मद में किसानों को 2786.55 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है. वहीं योगी सरकार ने किसानों को पहले ही बड़ी सौगात देते हुए बाजरा का समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया है.
अलीगढ़ और आगरा में हुई खरीद
बुधवार तक बाजरा की खरीद सर्वाधिक अलीगढ़ मंडल में हुई है. अलीगढ़ मंडल में कुल 6691.30 मीट्रिक टन की खरीद हुई है. मंडल के हाथरस में 2180.20 मीट्रिक टन, अलीगढ़ में 1751.45, कासगंज में 1429.20 व एटा में 1330.45 मीट्रिक टन क्रमिक बाजरा की खरीद हुई. वहीं आगरा मंडल के फिरोजाबाद में 3019.20, आगरा में 1865. 65, मैनपुरी में 1062.05 व मथुरा में 418. 05 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद हुई है.
40 जनपदों में हुई खरीद
बुधवार तक 40 जनपदों में 2612 किसानों से खरीद की जा चुकी है. फिरोजाबाद में 493, हाथरस में 448, आगरा में 447, अलीगढ़ में 351, एटा में 235, कासगंज में 190, मैनपुरी में 180, मथुरा में 86, बदायूं में 46, औरैया में 39, इटावा में 38, बुलंदशहर में 31, कानपुर देहात में 21, फर्रुखाबाद में 4, संभल में 3 किसानों से बाजार की खरीद की जा चुकी है. वहीं किसानों से अन्य स्थानों पर भी तेजी से खरीदारी जारी है.
बाजरा की खरीद के लिए 369 क्रय केंद्र स्थापित
सूबे में बाजरा की खरीद के लिए 40 जनपदों में 369 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं. इसमें बुलंदशहर में 9, गौतमबुद्ध नगर में 2, मुरादाबाद में 5, रामपुर में 6, संभल में 8, अमरोहा में 2, बरेली में 9, बदायूं में 18, शाहजहांपुर में 7, सीतापुर में 6, हरदोई में 8, उन्नाव में 5, आगरा में 19, मथुरा में 15, मैनपुरी में 12, फिरोजाबाद में 18, अलीगढ़ में 19, एटा में 12, कासगंज में 15, हाथरस में 14, कानपुर नगर में 5, कानपुर देहात में 11, इटावा में 15, फर्रुखाबाद व कन्नौज में 6-6, औरैया में 14, बलिया-वाराणसी में 7-7, चंदौली में 3, जौनपुर में 8, गाजीपुर में 11, मीरजापुर में 10, संत रविदास नगर में 8, प्रयागराज में 6, कौशांबी में 9, फतेहपुर में 5, प्रतापगढ़, बांदा व जालौन में 8-8 तथा चित्रकूट में 5 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं.