कुलदीप नेगी/देहरादून: बीजेपी की अपनी ही सरकार के खिलाफ अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय में जब धरने पर बैठें तो फिर विपक्ष को तो बोलने का मौका ही मिलेगा. कुछ ऐसा ही वाक्या सोमवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में देखने को मिली जहां पर उत्तरकाशी जिले के जिला पंचायत सदस्य अपनी ही पार्टी के सरकार के खिलाफ प्रदेश मुख्यालय में धरने पर बैठ गए. दरअसल उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप की जांच करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर धरना दिया.


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जिला पंचायत सदस्यों का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों साबित हो चुके हैं. ऐसे में उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए. लेकिन सरकार के ही मंत्रियों और नेताओं की सरपरस्ती है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. यही वजह है कि उन्हें बीजेपी प्रदेश कार्यालय में धरने पर बैठना पड़ रहा है जबकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भी इस संबंध में बताया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिला पंचायत अध्यक्ष विपक्षी दल से हैं. 


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अब जब बीजेपी के अंदर ही ऐसा होगा तो फिर विपक्षी कांग्रेस को तो बोलने का मौका ही मिलेगा. लिहाजा कांग्रेस के नेता भी सत्ताधारी दल पर पलटवार करते हुए नजर आ रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी का कहना है कि जब बीजेपी के अंदर ही ऐसे हाल है तो उसे बखूबी समझा जा सकता है कि प्रदेश में क्या हाल होगा. बहरहाल, भाजपा हो या कांग्रेस कार्यकर्ता ही इन दलों को सत्ता तक पहुंचाते हैं. ऐसे में कार्यकर्ताओं की नाराजगी को जल्द से जल्द दूर करना सियासी दलों के हित में होता है.