काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के लिए भक्तों ने खोला खजाना, 1700 करोड़ से ज्यादा की कमाई ने तोड़े रिकॉर्ड
Kashi Vishwanath Corridor : वित्तीय वर्ष 2017-2018 और 2022-23 तक जीएसटी कलेक्शन में इजाफा देखा गया है. विभाग के मुताबिक, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी, गाजीपुर और चंदौली में जीएसटी और सीजीएसटी का कलेक्शन बढ़ा है.
Kashi Vishwanath Corridor : काशी विश्वनाथ कॉरिडोर वाराणसी के विकास में सहायक साबित हो रहा है. पिछले वर्षों की तुलना में इस बार वाराणसी से जीएसटी कलेक्शन अधिक हुआ है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की वजह से वाराणसी में तेजी से विकास हो रहा है. इस बार जीएसटी विभाग को 643 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की भूमिक अहम
विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2017-2018 और 2022-23 तक जीएसटी कलेक्शन में इजाफा देखा गया है. विभाग के मुताबिक, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी, गाजीपुर और चंदौली में जीएसटी और सीजीएसटी का कलेक्शन बढ़ा है. विभाग की मानें तो काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण इसमें अहम भूमिका निभा रहा है.
व्यापारियों में सुरक्षा का माहौल बना
बताया गया कि जब यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी तो यहां व्यापारियों में सुरक्षा का माहौल बना. इसके साथ ही लोग यहां निवेश करने के लिए आगे आए. बता दें कि यही कारण है कि वाराणसी में अब भी नए होटल और लॉज के पंजीकरण के लिए आवेदन की संख्या बढ़ी है. इसके चलते ही जीएसटी में इजाफा हो रहा है. पिछली सरकारों में सुरक्षा के अभाव में व्यापारी आगे नहीं आते थे.
देखें साल-दर-साल आंकड़े
आयकर विभाग की मानें तो काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण 13 दिसंबर साल 2021 में हुआ. इससे पहले वित्तीय वर्ष 2020-21 में 59,890 व्यापारियों ने 1126.97 करोड़ रुपये जीएसटी जमा किए थे. वहीं, लोकार्पण के बाद वित्तीय वर्ष 2021-22 में करदाता 69,071 हो गए. यानी करदाताओं की संख्या भी बढ़ी. इस दौरान 1468.2 करोड़ जीएसटी जमा हुआ. अगर वित्तीय वर्ष 2022-23 की बात करें करदाताओं की संख्या बढ़कर 81518 हो गई. वहीं, 1769.94 करोड़ का जीएसटी जमा हुआ.
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