राजीव शर्मा/बहराइच: यूपी के बहराइच में डीएम ने छात्राओं को एक गिफ्ट दिया है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिलाधिकारी होने के साथ ही डीएम डॉ.दिनेश चंद्र ने स्कूल में पढ़ने वाली छात्र छात्राओं के लिये गार्जियन का भी रोल निभा रहे हैं. इसके लिए बहराइच के जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र खुद अपने सरकारी आवास पर खाली पड़ी जमीन पर आर्गेनिक खेती कराते है, और समय मिलने पर डीएम साहब खुद पौधों की देखभाल भी करते है. आयरन प्रोटीन और विटामिन सी से युक्त तमाम तरह की हरी सब्जियां और फल अपने कैम्पस पर उगाने वाले डीएम डॉ. दिनेश चंद्र अपने आवास पर उगाई गई हरी साग सब्जियां व फल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के स्वास्थ्यवर्धन के लिए विद्यालयों को समर्पित करते है.


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बीएसए को सौपी डीएम ने कैलोरी से भरी हरी शाक सब्जी
खुद डीएम ने अपने कैम्पस में उगाई हरी शाक-सब्जी की टोकरी बीएसए बहराइच को सौंपी. इसमें विभिन्न प्रकार के सब्जी, फल और लाल टमाटर ,अचार और अन्य आर्गेनिक आईटम दिए, जिसे जिलें के विभिन्न ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी विद्यालय के बच्चों के लिए भेजा है. साथ ही टेस्टी सूप के लिए अच्छे टमाटर और अपने आवास की अच्छी नस्ल की गाय के दूध से बना पनीर भी भेजा है.


पौषण वाटिका मुहिम को डीएम दे रहे हैं इस तरह धार
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को पोषण युक्त भोजन देने के लिए पोषण वाटिका की मुहिम चला रही है. डीएम डॉ. दिनेश चंद्र खुद बच्चों को लेकर संवेदनशील हैं. शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन में पोषण वाटिका मुहीम को धार देने के लिए वह स्वयं अपने वाटिका में हरी सब्जी और फलों का उत्पादन कर आम जनता को जागरूक कर रहे हैं. अपने आवास पर उगाई गई आर्गेनिक हरी शाक सब्जी और फलों को बच्चों के लिए स्कूलों की पाकशालाओं तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को दिया. डीएम बच्चों को सेहतमंद बनाने की दिशा में सार्थक काम कर रहे हैं. उन्होंने लोगों से भी बढ़-चढ़कर अपने घर के आंगन में आर्गेनिक खेती करने का संदेश दिया है.


बहराइच डीएम ने दी जानकारी
इस मामले में डीएम बहराइच डॉ.दिनेश चंद्र ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मेरे सरकारी आवास की वाटिका में उगाई गई हरी सब्जियां और फल ये सभी आर्गेनिक हैं. हरी सब्जियों को उगाने के लिए अच्छी खाद और बेहतर बीज का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने बताया कि उनके आवास पर नंदी और गाय पाला गया है, ये उन्हीं के गोबर से बनी खाद में उगाया गया है. बता दें कि आर्गेनिक खेती के लिए उसी खाद का प्रयोग हुआ है. इससे बेहतर फल और सब्जी हुई हैं, साथ ही लोगों को आर्गेनिक खेती के लिए जागरूक किया जा रहा है. खास बात ये है कि जैसे ही डीएम द्वारा भेजी गई हरी शाक-सब्जी लेकर बीएसए विद्यालय पहुंचे, तो बच्चे और स्कूल की वार्डन ने डीएम की इस सौगात के लिए उनको धन्यवाद देते हुए उन्हें थैंक्यू डीएम सर कहा.