प्रयागराज: ऑटो से फेंकी गई छात्रा की एक महीने बाद इलाज के दौरान हुई मौत, मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर
Prayagraj Crime News: छात्रा के परिवार के लोग इस घटना से काफी स्तब्ध हैं. उनका कहना है कि ऑटो में बदमाशों ने पहले रितिका को पीटा था और सामान छीनने के बाद उसको ऑटो से धक्का दे दिया.
मो. गुफरान /प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में एक छात्रा के साथ ऐसी घटना हुई, जिससे करीब एक माह बाद उसकी सांसे थम गई. नैनी में रहने वाली बीए की छात्रा रितिका श्रीवास्तव कॉलेज से विक्रम (ऑटो) से घर आ रही थी, तभी विक्रम में बैठे कुछ लोगों ने रितिका को अकेले देख कर उसके जेवरात छीनने लगे. रितिका ने जब विरोध किया, तो बदमाशों ने जेवरात छीन कर उसको चलती विक्रम से धकेल दिया. जिससे रितिका बीच सड़क पर गिर गई. इस घटना में रितिका के सर पर गंभीर चोट लगी और वो कोमा में चली गयी थी. घटना के करीब एक महीने बाद इलाज के दौरान रितिका की सांसे बुधवार की रात में थम गई.
सीसीटीवी सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई
छात्रा के परिवार के लोग इस घटना से काफी स्तब्ध हैं. उनका कहना है कि ऑटो में बदमाशों ने पहले रितिका को पीटा था और सामान छीनने के बाद उसको ऑटो से धक्का दे दिया. इस मामले में अभी तक सिर्फ ऑटो का ड्राइवर अजय कुमार ही पकड़ा गया है. घटना के बाद रितिका के परिवार वालो ने नैनी थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज करा दिया था. छात्रा की मौत के बाद सीसीटीवी फुटेज सामने आया तो पुलिस हरकत में आई, आनन फानन में वारदात में इस्तेमाल विक्रम का पता लगा लिया, लेकिन वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है.
पुलिस पर लापरवही का आरोप
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य बिंदुओं पर जाच की जा रही है. आरोपियों को गिरफ्तार करके सख्त कार्रवाई की जाएगी. पीड़ित के परिवार ने खुद प्रयास करके उस सीसीटीवी को खोज निकाला, जिसमें विक्रम से लड़की को फेंकते देखा जा सकता है. रितिका की मौत के बाद परिवार के लोग जांच में लापरवाही करने वाले पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की मांग की है, जिस पर एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है.