प्रयागराज में गंगा यमुना के बढ़ते जलस्तर से जल मग्न हुआ संगम,डीएम संजय कुमार खत्री ने दिए ये निर्देश
Prayagraj News: संगम नगरी में गंगा और यमूना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए घाटों पर जल पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ की टीम को भी मुस्तैद कर दिया गया है. दोनों नदियों के बढ़ते जल स्तर पर नजर रखी जा रही है. अभी फिलहाल दोनों नदियां खतरे के निशान से काफी दूर है, लेकिन जिस रफ्तार से दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है.
मो.गुफरान/प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में गंगा और यमुना ऊफान पर हैं. दोनों नदियों के बढ़ते जलस्तर ने संगम स्नान के लिए दूरदराज से आने वाले तीर्थ यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. दोनों नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते संगम क्षेत्र पूरी तरीके से जल मग्न हो चुका है. संगम स्नान के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. दोनों नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते घाट पर रहने वाले तीर्थ पुरोहितों के साथ ही नाविकों के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो चुकी हैं.
प्रयागराज में नाविकों के रोजी रोटी पर खड़ा हुआ संकट
प्रयागराज में बढ़ते दोनों नदियों के जलस्तर ने जहां संगम को अपने आगोश में ले लिया है तो वहीं तटवर्ती इलाकों के लोगों की भी धड़कन बढ़ा दी हैं. संगम के जल मग्न होने के चलते नाविकों और तीर्थ पुरोहितों के लिए भी खासी दिक्कतें हो रही हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि संगम क्षेत्र जलमग्न होने के चलते उन्हें दूसरे स्थान पर जाना पड़ा है तो वही नाविकों के लिए भी प्रशासनिक स्तर से तमाम निर्देश दिए गए हैं. तेज बहाव और बगैर लाइफ जैकेट के किसी को भी नाव पर सवार नहीं कराना है. साथ ही शाम 6 बजे के बाद पूरी तरीके से नाव पर रोक लगा दी गई है. दोनों नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते तीर्थ यात्रियों की संख्या में भी कमी आ गई है, जिसके चलते घाटियों के रोजी रोजगार पर भी संकट खड़ा हो गया है.
क्या कहना है प्रयागराज के डीएम का?
डीएम संजय कुमार खत्री ने कहा कि संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रभावित इलाकों को चिन्हित किया जा चुका है. वहां, पर जरूरी इंतजाम को लेकर भी तैयारियों के निर्देश दिए जा चुके हैं, जो इलाके बाढ़ से प्रभावित पूर्व में रहे हैं वहां पर नावों की तैनाती को लेकर भी तैयारी की जा चुकी है. प्रशासनिक अमले की तरफ से भी अधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है. जल पुलिस के अलावा एनडीआरएफ के साथ ही एसडीआरएफ की टीमों का भी चयन कर लिया गया है. बाढ़ शिविर के साथ ही वहां पर जरूरी सभी इंतजाम को लेकर भी तैयारियां की जा चुकी हैं.
खतरे के निशान के पास पहुंची गंगा-यमूना
डीएम संजय कुमार खत्री ने कहा कि मौजूदा समय में गंगा 5 मीटर खतरे के निशान के नीचे हैं. हालांकि गंगा और यमुना के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिसके चलते इस बात की आशंका है कि आने वाले दिनों में गंगा और यमुना के आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं. लिहाजा जल निगम की टीम को एलर्ट पर रखा गया है हर घंटे बढ़ते जल स्तर की मॉनिटरिंग की जा रही है.
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