सैयद हुसैन अख्तर/रायबरेली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रायबरेली (Raebareli) में एक फौजी को थाने में खुद को फौजी बताना भारी पड़ गया. दरअसल, फौजी के साथ मारपीट की गई थी. उसी मामले की शिकायत करने फौजी थाने पहुंचा था. थाने में थानेदार साहब ने फौजी को फटकार लगाई और मातहतों से कहा कि इसने फौजी-फौजी की रट लगा रखी है... इसे हवालात में डाल दो. इस दौरान फौजी के साथ अभद्रता भी की गई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रास्ते में खड़ी गाड़ी ऐसे बनी फौजी के लिए मुसीबत
आपको बता दें कि मामला लालगंज थाने का है. यहां पसिया खेड़ा गांव के रहने वाले फौजी अमित सिंह राजस्थान में नायक के पद पर तैनात हैं. अमित सिंह इन दिनों छुट्टी पर अपने घर आए हुए हैं. बीती रात वह ढ़ाबे से खाना खाकर गांव वापस लौट रहे थे. इस दौरान गांव से ठीक पहले एक चार पहिया वाहन को संदिग्ध परिस्थिति में खड़ी देखकर उसने पूछताछ की. इसके बाद कार सवार लोगों ने फौजी को बंदूक की बट से जमकर पीटा. जानकारी के मुताबिक वाहन सवारों में से एक मुन्ना सिंह भी था, जो वर्तमान में ग्राम प्रधान भी है. दरअसल, उसका पुराना आपराधिक इतिहास भी रहा है. 


मामले में पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
आपको बता दें कि पिटने के बाद फौजी थाने पहुंचा, तो वहां सुनवाई की जगह उसे अपमानित होना पड़ा. थानेदार ने उल्टा फौजी को हवालात में डाल देने की धमकी देने लगे. उधर फौजी जब मामले की शिकायत करने पुलिस अधीक्षक रायबरेली के पास पहुंचा, तो यहां भी निराशा हाथ लगी. जब पुलिस अधीक्षक ने थानेदार से मामले में जानकारी ली, तो उसने अधिकारी को भी गुमराह कर दिया. थानेदार ने बताया कि दोनों लड़कर आए थे और फौजी ठीक से बात नहीं कर रहा था. फिलहाल, इस मामले में पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कहा की फौजी ने जो भी आरोप लगाए हैं उसकी जांच की जाएगी.