Ram Temple in Ayodhya : राम नगरी अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को लेकर कार्य तेजी से किया जा रहा है. इसी कड़ी में राम जन्मभूमि के जलाभिषेक को लेकर भी तैयारियां पूरी तक ली गई हैं. जलाभिषेक के लिए भारत की पवित्र नदियों के जल के साथ ही 156 देशों की नदियों, यहां तक कि समुद्र से जल लाया गया है.  एक समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री 23 अप्रैल को राम लला का अभिषेक 156 देशों से लाए गए जल से करेंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पाकिस्तान और चीन से भी मंगवाया गया जल 
जलाभिषेक के लिए गुरुवार को ही चीन, पाकिस्तान, दुबई सहित महाद्वीप अंटार्कटिका समेत 156 देशों के जल कलश को लाया गया. दिल्ली-अयोध्या कैंट एक्सप्रेस से जल को अयोध्या लाया गया. इतना ही नहीं बाबर के जन्मस्थान उज्बेकिस्तान के अंदिजान के कश्क दरिया से भी जल लाया है. यहां तक कि अंटार्कटिका जैसी जगह से भी जल संग्रह किया गया. चीन, सूरीनाम, फिजी, नाइजीरिया, यूगांडा, इंडोनेशिया, थाईलैंड, पोलैंड के साथ ही रूस और यूक्रेन, फ्रांस, जर्मनी, जॉर्जिया, स्विट्जरलैंड, इटली, इराक, कनाडा, भूटान, अफगानिस्तान, ब्राज़ील और डेनमार्क जैसे देशों से भी जलाभिषेक के लिए जल मंगवाया गया.  


2020 से ही शुरू था काम


156 देशों से जल संग्रह करने के लिए पिछले 3 साल  से काम चल रहा था. 2020 से शुरू हुए इस काम की जिम्मेदारी दिल्ली के पूर्व बीजेपी विधायक विजय जॉली के कंधों पर था. अब जब दुनिया भर के देशों से जल एकत्र कर लिया गया है तो तय समय पर जलाभिषेक के कार्यक्रम को भी संपन्न किया जाएगा. सीएम योगी मणिराम दास छावनी सभागार में आयोजित समारोह में 'जल कलश' की पूजा करेंगे.


15 देशों के राजदूत
जलाभिषेक कार्यक्रम में कई बड़ी हस्तियों को आमंत्रित किया गया है. 15 देशों के राजदूत, वहां के राजनीतिज्ञ को आमंत्रित किया गया है. समारोह में बाबा रामदेव समेत और कई जानेमाने अतिथियों को बुलाया गया है. विदेशी धार्मिक और आध्यात्मिक गुरु और गणमान्य लोग भी इस कार्यक्रम में आएंगे.


यह भी पढ़ें- सड़क पर कोई धार्मिक आयोजन नहीं होगा, ईद और अन्य त्योहारों के पहले योगी आदित्यनाथ सरकार का आदेश


यह भी पढ़ें- Gyanvapi Case:वजू करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर बनी सहमति, सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश


कविता में पीएम का जिक्र करने पर कवि को छोड़ना पड़ा स्टेज, देखें Video