नीना जैन/सहारनपुर: उदयपुर में एक दर्जी की दर्दनाक हत्या को जमीयत उलेमा हिंद (Jamiat Ulema Hind) ने गैर-इस्लामी करार दिया और पैगंबर के नाम पर हत्या की निंदा करते हुए अपमानजनक भाषा इस्तेमाल करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madani) ने मलेशिया ( Malaysia) से भेजे अपने एक बयान में राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर में पैगम्बर के नाम पर होने वाली हत्या की निंदा की है.


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उदयपुर की घटना बहुत दुखद और अमानवीय-मौलाना अरशद मदनी 
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि है जिस तरह हम जगह-जगह मॉब लिंचिंग के मुख़ालिफ़ थे इसी तरह हम इस अमानवीय कृत्य को भी शांति व्यवस्था के लिए बहुत ख़तरनाक समझते हैं. यह देश के संविधान और हमारे धर्म के खि़लाफ़ है. हम हर व्यक्ति के लिए क़ानून को अपने हाथ में लेने के सदैव विरोधी रहे हैं. उन्होंने कहा कि उदयपुर की घटना बहुत दुखद, ग़ैर इस्लामी और अमानवीय है. इसलिए इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है.


शांति व्यवस्था-सांप्रदायिक सदभावना को बनाए रखने के लिए ज़रूरी
मौलाना मदनी ने यह भी कहा कि बद जुबान द्वारा पैगम्बर के अपमान के कारण जो कुछ हुआ बुरा हुआ, लेकिन देश में शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सदभावना को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि इस पर धैर्य रखा जाए. उन्होंने आगे कहा कि हम जिस तरह इस घटना का विरोध करते हैं, उसी तरह हम इस बात के भी घोर विरोधी हैं कि किसी भी धार्मिक व्यक्ति की गरिमा का अपमान करके या किसी धर्म के खि़लाफ़ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करके उसके मानने वालों की भावनाओं को आहत किया जाए.


पैगंबर का अपमान करने वालों  की हो गिरफ्तारी
मदनी ने यह भी कहा कि देश के शक्तिशाली व्यक्तियों की ख़ामोशी और अपमान करने वालों की गिरफ़्तारी का न होना वह कारण हैं जिन्होंने सारी दुनिया में देश की छवि को खराब किया है और शांति व्यवस्था को आग लगाई है. इसलिए हम एक बार फिर सरकार से कहते हैं कि जिन लोगों ने पैगम्बर का अपमान किया है उनको फ़ौरन गिरफ़्तार किया जाना चाहिए. उनको क़ानून के अनुसार कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए ताकि भविष्य में फिर कोई ऐसा करने का साहस न कर सके. मदनी ने कहा कि पूरी दुनिया के मुसलमानों को संतुष्टि भी प्राप्त हो सके.


अंत में उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि सरकार हमारी आपत्तियों पर ध्यान देगी और इस अति गंभीर मामले के परिणाम को समझते हुए दोषियों को क़ानून के अनुसार दंड दिलवाकर जेल भिजवाएगी ताकि पूरी दुनिया के लोग भारत के लोकतंत्र को सराहना करे.


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