Pakistan News: पाकिस्तान ने ईरान से निष्कासित किए अपने 10 हजार से ज्यादा लोगों के पासपोर्ट ब्लॉक कर दिए हैं. शहबाज सराकर ने यह फैसला हाल ही में ग्रीक के समुद्री क्षेत्र में एक नाव पलटने से 40 से ज्यादा पाकिस्तानी लोगों की मौत होने के बाद लिया है. ये सभी लोग गैर- कानूनी तरीके से ईरान के रास्ते यूरोप जा रहे थे.
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इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने अपने 10 हजार से ज्यादा ऐसे नागरिकों के पासपोर्ट ब्लॉक कर दिए हैं, जो ईरान से निष्कासित किए गए थे. ये लोग यूरोप में गैर-कानूनी तरीके से एंट्री करने के लिए ईरान का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए थे. यह कदम देश में अवैध मानव तस्करों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई के तहत उठाया गया है. हाल ही में ग्रीक के समुद्री क्षेत्र में एक नाव पलटने से 40 से ज्यादा पाकिस्तानी सराकर की नींद खुली है.
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, 10,454 लोगों के पासपोर्ट ब्लॉक कर दिए गए हैं, जिन्हें ईरानी अफसरों ने उनके क्षेत्र में अवैध रूप से एंट्री करने के लिए अरेस्ट किया था. मंत्रालय के एक अफसर ने बताया कि इन लोगों ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान और उसकी असुरक्षित बॉर्डर से ईरान में प्रवेश करने की कोशिश की थी.
उनका आखिरी टारगेट यूरोप था. इन्हें पाकिस्तान और ईरान के लोकल स्मगलरों द्वारा भेजा जा रहा था. उनके कॉन्टैक्ट यूरोप में अवैध रूप से पहुंचने में मदद करने के लिए पहले से इंतजार कर रहे थे. गिरफ्तारी के बाद इन लोगों को बलूचिस्तान के छगई जिले में तफ्तान बॉर्डर पर पाकिस्तानी अफसरों को सौंप दिया गया.
इन गिरफ्तारियों से हकीकत आई सामने
इन गिरफ्तारियों से यह चिंताजनक हकीकत सामने आता है कि पाकिस्तान से ईरान के रास्ते यूरोप जाने के लिए अवैध तरीकों का इस्तेमाल करने की इच्छा रखने वाले लोगों की तादाद कितनी ज्यादा है. गृह मंत्रालय ने पुष्टि की है कि वह अन्य देशों से अरेस्ट और निष्कासित किए गए हजारों लोगों के पासपोर्ट भी ब्लॉक करने की प्रक्रिया में है.
सूत्रों के मुताबिक, पहले ही संयुक्त अरब अमीरात में नशीले पदार्थों से जुड़े क्राइम में शामिल 2,470 लोगों के पासपोर्ट ब्लॉक किए जा चुके हैं, जबकि इराक से निकाले गए 1,500 व्यक्तियों के पासपोर्ट और सऊदी अरब में हिरासत में लिए गए चार हजार से ज्यादा लोगों के पासपोर्ट भी ब्लॉक किए गए हैं. इन व्यक्तियों में से ज्यादातर पाकिस्तान के पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से हैं.
नौजवान और बच्चे शामिल
पाकिस्तान के मानवाधिकार और कैदी इमदादी सोसाइटी के चीफ सैय्यद लियाकत बनोरी ने कहा कि जो लोग इस खतरनाक, अप्रत्याशित और गैर-मामूली रास्ते से सफर करने की कोशिश करते हैं, उनमें से ज्यादातर नौजवान होते हैं, जिनमें कई नाबालिग भी शामिल हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इन लोगों के परिवार भी उनके इस काम का सपोर्ट करते हैं, जबकि वे जानते हैं कि उनके बच्चे अपनी जान को खतरे में डाल रहे हैं. इंसानी स्मगलिंग का नेटवर्क भी विशाल और अलग-अलग मुल्कों में फैला हुआ है.
पाक में इंसानी स्मगलिंग सबसे बड़ा मुद्दा
पाकिस्तान के लिए इंसानी स्मगलिंग का मुद्दा नया नहीं है. साल 2023 के दौरान कम से कम 8,272 पाकिस्तानियों को ईरान में उस वक्त अरेस्ट किया गया था, जब वे बलूचिस्तान की सीमाओं से गैर-कानूनी तरीके से एंट्री कर रहे थे.
इन जिलों से किया जता है लोगों को ट्रांसफर
पाकिस्तानियों का गैर-कानूनी तरीके से ट्रांसफर पांच जिलों के जरिए किया जाता है, जो सभी बलूचिस्तान की ईरान बॉर्डर के साथ स्थित हैं. ये जिले हैं - ग्वादर, केच, चगाई, वाशुक और पंजगुर.
बनोरी ने खुलासा किया कि साल 2020 से 2024 के बीच, करीब 62 हजार पाकिस्तानी नागरिकों को अरेस्ट किया गया, जो मुख्य रूप से पंजाब प्रोविंस से थे और जो पाकिस्तान से ईरान में अवैध रूप से एंट्री कर रहे थे.