क्या भाजपा से बन पाएगी बात? संजय निषाद की घोषणा- 24 सीटों पर चुनाव लड़ेगी निषाद पार्टी
संजय निषाद ने कहा कि यूपी चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी से कोई विवाद नहीं है. निषाद पार्टी गठबंधन में दो दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
मो. गुफरान/प्रयागराज: यूपी में आने वाले दो-तीन महीनों में विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav 2022) होने हैं. ऐसे में सभी पार्टियां वोट बैंक साधने की जुगत में हैं. इसी क्रम में निषाद पार्टी (Nishad Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद (Sanjay Nishad) शुक्रवार को संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान संजय निषाद ने विधानसभा चुनाव में करीब 2 दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया. इसके साथ ही पिछली सरकारों पर जमकर हमला बोला.
संजय निषाद ने कहा कि मैं उनको जगा रहा हूं, जिन्होंने भगवान श्रीराम को गंगा पार उतारा था. देश की आजादी के बाद मछुआ समाज गहरी नींद में सो गया था. पिछली सरकारों ने मछुआ समाज से नौकरी, शिक्षा, रोजगार सब छीन लिया. जब चुनाव आते थे तो मछुआ समाज को पव्वा पिलाकर लोग वोट ले जाते थे, लेकिन मछुआ समाज का कभी कोई नेता नहीं हुआ.
दो दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ेगी निषाद पार्टी- संजय निषाद
संजय निषाद ने कहा कि उनकी पार्टी गठबंधन में दो दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि वह निषाद बाहुल्य 160 सीटों को जिताकर एनडीए की झोली में डालेंगे. उन्होंने कहा है कि 70 सीटों पर बूथ गठन निषाद पार्टी ने किया है. इसमें से सीटें लेने का काम निषाद पार्टी करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश का 18 फ़ीसदी मछुआ समाज भाजपा के साथ खड़ा है. उन्हें भरोसा है कि बीजेपी को निश्चित तौर पर 2022 में भी ऐतिहासिक जीत मिलेगी. वहीं वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी के खुद को निषाद समाज का नेता बताने को लेकर कहा है कि बिहार में उनकी पार्टी एनडीए के साथ है. 2017 में उन्होंने हमें मदद की थी मुझे भरोसा है कि इस बार भी वह हमें मदद ही करेंगे.
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"मछुआ समाज को आरक्षण देने पर हुई बात"
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा है कि 17 दिसंबर को राजधानी लखनऊ में जो रैली हुई थी उसमें मछुआ समाज को आरक्षण देने पर बात लगभग बन गई है. यूपी चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी से कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार से उन्हें पूरी उम्मीद है कि मछुआ समाज के सभी मुद्दों को हल करेगी.
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भाजपा के साथ मिलकर हल करेंगे मछुआ समाज के मुद्दे
उन्होंने कहा कि 2014 में निषाद पार्टी ने चुनाव लड़ा. इसके बाद 2017 में सपा और बसपा की सरकारों को हटाने का काम किया. उन्होंने कहा, 2014 में निषाद पार्टी की जो रैली हुई थी उसमें कांग्रेस और बसपा साफ हो गई जबकि सपा हाफ हो गई और भाजपा माफ हो गई. क्योंकि भाजपा सत्ता में नहीं थी. उन्होंने कहा कि 2019 में निषाद पार्टी भाजपा के साथ आई है और अब मछुआ समाज की जो भी समस्याएं हैं, जो मुद्दे हैं, उनको भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर हल करेंगे.
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