श्रवण शर्मा/शामली: उत्तर प्रदेश के शामली जनपद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने थाना समाधान दिवस पर पहुंच कर अपने जिंदा होने की गुहार लगाई है. यह पूरा मामला सदर कोतवाली के पुराना गांव का है. पीड़ित काफी दिनों से दर-दर भटक रहा है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. कार्यक्रम के दौरान पीड़ित व्यक्ति ने प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए. वहीं, पीड़ित शख्स किसान दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.


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यह है पूरा मामला
दरअसल मामला कुडाना गांव के रहने वाले जयपाल पुत्र दलेल से जुड़ा है. जयपाल पेशे से किसान हैं और किसान यूनियन के नेता हैं. उन्होंने चकबंदी विभाग पर उन्हें कागजों में मृतक घोषित करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कुछ लापरवाह अधिकारियों ने बिना जांच पड़ताल किए उन्हें मृतक घोषित कर दिया. इसके बाद उनकी कई बीघा जमीन उनके नामाराशि किसी दूसरे व्यक्ति के नाम चढ़ा दी. पीड़ित का कहना है कि मैं काफी समय से अधिकारियों को ऑफिस के चक्कर काट रहा हूं, जबकि मैं जिंदा हूं. पीड़ित किसान नेता ने थाना समाधान दिवस में शिकायत पत्र देकर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. साथ ही अपनी जमीन भी वापस दिलवाने की गुहार लगाई है.


बचते नजर आए अधिकारी
वहीं, इस मामले में उच्च अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे पर आने से साफ मना कर दिया. जबकि इस मामले में साफ तौर पर अधिकरियों की लापरवाही सामने आ रही है. अब देखना यह है इस मामले में पीड़ित किसान नेता कब न्याय मिलता है. कब तक किसान यूंही अपने जिंदा होने का सबूत देता रहेगा. वहीं, इस अजीबो गरीब मामले के बारे में जिसने भी सुना चौंक गया कि आखिर कैसे एक जीवित व्यक्ति को मरा हुआ घोषित कर दिया गया.