शिल्प गुरु दिलशाद हुसैन को मिला पद्मश्री अवॉर्ड, पीएम मोदी भी हैं मुरीद
पिछले कुछ सालों की तरह इस बार केंद्र सरकार ने पद्मश्री की सूची में कई ऐसे नामों को शामिल किया है, जिनके हुनर से भारत की पहचान है. लेकिन नागरिक सम्मानों से वह वंचित रह जाते थे.
लखनऊ : केंद्र सरकार ने नागरिक पुरस्कारों की घोषणा की है. इसमें पीतल नगरी मुरादाबाद के हस्तशिल्प को दुनिया के कोने-कोने तक ले जाने वाले दिलशाद हुसैन का नाम भी शामिल हैं. उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा है. बताया जा रहा है कि मुरादाबाद से पद्म श्री पुरस्कार हासिल करने वाले दिलशाद हुसैन पहली शख्सियत हैं. उन्हें लोग शिल्प गुरू के नाम से भी पुकारते हैं. उनके हुनर की तारीफ पीएम नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं.
पीएम ने जर्मनी के चांसलर को दिया था उपहार
दरअसल अगस्त 2022 में जी-7 सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्राध्यक्षों को उपहार दिए थे. जर्मनी के चांसलर एंजला मार्केल को पीएम मोदी ने दिलशाद हुसैन का बनाया कलश ही भेंट किया था. बुधवार देर शाम जब दिलशाद हुसैन को पद्मश्री दिए जाने की घोषणा हुई तो उनका तो उनके परिवार और पूरे मुरादाबाद के लिए यह गौरव का क्षण था. इस सम्मान को पाकर दिलशाद हुसैन भी काफी खुश हैं.
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इससे पहले दिलशाद हुसैन को राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है. दिलशाद हुसैन सादे फूलदान, कलश, लोटा, बोतल आदि पर नक्काशी करते हैं तो लोग देखते ही रह जाते हैं. उनकी नक्काशी के बाद उसी सादे फूलदान की कीमत लाखों में हो जाती है. ये नक्काशी किसी मशीन से नहीं बल्कि, नपे-तुले और सधे अंदाज में कलम से उभार देकर बनाई जाती है. मुरादाबाद के मकबरा दोयम कैथ मस्जिद गली में रहने वाले दिलशाद हुसैन का परिवार शहर के प्रतिष्ठित लोगों में शुमार है. 79 साल की उम्र में भी उनकी लगन में कोई कमी नहीं है.
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