अभिषेक माथुर/हापुड़ : जिले में शुक्रवार को एक सब इंस्पेक्टर का विवाद अपने ही अधिकारियों से हो गया. रिर्जव पुलिस लाइन में सलामी के दौरान सब इंस्पेक्टर सबसे पहले आरआई से उलझा, उसके बाद जब एसपी अभिषेक वर्मा ने दखल दिया तो दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं से शुरू हुई और बात गाली-गलौज तक जा पहुंची. कहा जा रहा है कि एसपी ने न सिर्फ दारोगा को जमकर अपशब्द कहे बल्कि मारपीट तक की नौबत भी आ गई. हालांकि वीडियो न होने से इस बात की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन दारोगा के पिता ने जिस तरह से एसपी और अधीनस्थ अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं, उससे तस्वीरें बहुत कुछ साफ हो रही हैं. उधर आरआई की तरफ से आनन-फानन में दारोगा विजय राठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई और नगर की कोतवाली पुलिस ने धारा 323, 504, 332 आदि सहित कई धाराओं में मुकद्दमा दर्ज कर दारोगा विजय राठी को गिरफ्तार भी कर लिया. ऐसे में दारोगा की गिरफ्तारी से पूरे पुलिस महकमे पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस लाइन में ऐसा क्या हुआ, जो दारोगा को निलंबित कराने के बाद एफआईआर दर्ज कराई गई, बल्कि उसको कोतवाली में बंद तक करना पड़ गया.


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वहीं एसपी हापुड़ अभिषेक वर्मा ने बताया कि दारोगा विजय राठी द्वारा तीन-चार प्रकरणों में विवेचना में लापरवाही की जा रही थी, जिसकी वजह से उसका ट्रांसफर सीतापुर किया गया. बावजूद उसके शुक्रवार की सुबह आकर उसने सबसे पहले आरआई से अभद्रता की और उसके बाद खुद उनसे भी बदतमीजी की. 


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वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस की तरफ से भी पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष शिवम का कहना है कि दारोगा द्वारा अभद्र व्यवहार किये जाने की वजह उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है और दारोगा को निलंबित कर दिया गया है.


गौरतलब है कि हापुड़ में एसपी अभिषेक वर्मा ने जब से कार्यभार संभाला है, तब से पुलिस का विवादों से नाता बढ़ गया है. अब ऐसे में दारोगा और एसपी के विवाद से अनुशासन की जिम्मेदारी संभालने वाले पुलिस महकमे का सिर शर्म से झुक गया है.


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