राजेश मिश्र/मीरजापुर: एनडीए सरकार में शामिल अपना दल के सांसद और उनके विधायक पुत्र द्वारा किसान सम्मान निधि लिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. उत्तर प्रदेश के मीरजापुर में सत्ताधारी दल के सहयोगी 'अपना दल' के सांसद पकौड़ी कोल और उनके विधायक बेटे राहुल प्रकाश कोल किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे हैं. पकौड़ी अपना दल के सोनभद्र से सांसद हैं, जबकि उनके बेटे राहुल प्रकाश कोल छानबे से विधायक हैं. आरोप है कि इनके क्षेत्र के तमाम पात्र किसानों को सम्मान निधि नहीं मिल रही और लाभार्थियों की लिस्ट में पिता-पुत्र सालों से निधि की किस्त ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि इनका नाम पोर्टल पर भी दर्ज है.


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सम्मान निधि योजना से वंचित किसानों ने जताई चिंता
एमपी-एमएलए पर आरोप है कि क्षेत्र के किसानों को लाभ दिलाने के बजाय अपात्र होकर भी दोनों लोग सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं. किसानों के हक पर माननीयों द्वारा डाका डाले जाने की वजह से वंचित किसानों ने चिंता जताई है. किसानों का कहना है कि उन्होंने तहसील से लेकर जिले तक दौड़ लगाई, लेकिन अबतक सम्मान निधि योजना की राशि नहीं मिली. 


पकौड़ी कोल और पत्नी के खाते में नौ किस्तें आने का दावा
जानकारी के मुताबिक, सांसद पकौड़ी कोल, उनकी पत्नी पन्ना देवी और विधायक राहुल प्रकाश कोल का रजिस्ट्रेशन किसान सम्मान निधि पोर्टल पर 21 अगस्त 2019 को कराया गया था. आरोप है कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए तीनों ने रजिस्ट्रेशन कराते समय अपनी पहचान छिपा ली थी. दरअसल, पहले किसान निधि की किस्तें पाने के लिए अकाउंट मोड का इस्तेमाल किया जाता था, अब यह आधार मोड से हो जाता है. पकौड़ी कोल और उनकी पत्नी का आधार पोर्टल पर लिंक होने के कारण उनके खाते में सम्मान निधि की नौ किस्त गईं, जबकि राहुल कोल का आधार अपडेट नहीं होने के कारण उनके खाते में निधि का धन नहीं गया.


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अगर खाते में किस्त के रुपये मिले, तो होगी रिकवरी
सरकार बार-बार इस बात का घोषणा करती है कि अपात्रों को किसी भी दिशा में इस निधि का लाभ नहीं मिलना चाहिए. इसके बावजूद, माननीय ने अपना और अपनी पत्नी का नाम लिस्ट से नहीं हटाया. मामला संज्ञान में आते ही जिले में हड़कंप मच गया है. उप कृषि निदेशक का कहना है कि विधायक के खाते में सम्मान निधि का एक भी रुपया नहीं आया है. वहीं, सांसद और उनकी पत्नी के खाते की जांच कराई जाएगी. अगर उनके अकाउंट से रुपया मिला, तो उसकी रिकवरी कराई जाएगी.


किसान परेशान, कहा- गरीबों को मिले किस्त, नेताओं को नहीं
क्षेत्र के तमाम किसानों को मोदी सरकार की मंशा के अनुसार गरीब होने के बावजूद किसान सम्मान निधि नहीं मिली. कई बार कार्यालय का चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें सरकार की मंशा के अनुसार सहयोग राशि नहीं मिल पा रही है. बड़े लोगों को किसान सम्मान निधि दिए जाने पर किसानों ने चिंता जताई. किसानों का कहना है कि सरकार को किस्त देनी है तो गरीब किसानों को दे. नेता लोग लेंगे, तो यह सब बंद कर देना चाहिए.


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