रामपुर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले फेज की वोटिंग 10 फरवरी को होनी है. इस सिलसिले में राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से जारी कोविड गाइडलाइंस का पालन करते हुए राजनीतिक दलों को जनसंपर्क करने की छूट है. इसी क्रम में नेताओं का डोर-टू-डोर कैम्पेन भी शुरू हो गया है. 


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सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डालकर अंतरिम जमानत की मांग की है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोहम्मद आजम खां बीते करीब दो साल से जेल में हैं. उन पर बेटे अब्दुल्ला आजम के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट और आधार कार्ड के अलावा कई मामलों में आरोप लगे हैं.


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उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अब ज्यादा समय नहीं बचा है. ऐसे में सभी दलों ने पहले और दूसरे चरण के लिए जिन प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है, उन्होंने आगे की प्रक्रिया पूरी करते हुए नामांकन पत्र खरीदने भी शुरू कर दिए हैं. सपा नेता आजम खां ने भी रामपुर से नॉमिनेशन के लिए फॉर्म खरीदा है. उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने स्वार सीट से नामांकन पत्र खरीदा है.


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इस बात की पूरी संभावना है कि मोहम्मद आजम खां जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकते हैं. शनिवार शाम समाचार एजेंसी एएनआई ने इस खबर की पुष्टि की है कि रामपुर से सपा सांसद मोहम्मद आजम खां ने अं​तरिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने यूपी चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम बेल मांगी है. आपको बता दें कि रामपुर जिले में कभी आजम खां की तूती बोलती थी, लेकिन यूपी में योगी सरकार आने के बादे से उनके सितारे गर्दिश में हैं.


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