Primary School Teachers in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में किसी भी आरोप में निलंबित प्राइमरी टीचर अब उसी स्कूल में बहाल नहीं हो पाएंगे. तमाम आरोपों में निलंबित होने वाले परिषदीय शिक्षकों की बहाली अब उनके मूल विद्यालय में आसानी या जुगाड़ से नहीं हो पाएगी. सिर्फ जांच में दोषमुक्त होने वाले शिक्षक ही मूल विद्यालय में तैनात होंगे. बाकी सजा सहित बहाल होने वाले शिक्षकों को ऑनलाइन प्रक्रिया से विद्यालय आवंटित किया जाएगा.


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बेसिक शिक्षा परिषद के तहत यूपी के प्राइमरी स्कूल के शिक्षक और प्राथमिक विद्यालयों का संचालन होता है. प्राथमिक शिक्षकों को गैरहाजिरी, अध्यापन कार्य के समय विद्यालय में उपस्थित न रहने, बच्चों को पढ़ाई न कराने या विद्यालय से संबंधित मिड डे मील या अन्य कार्यों में लापरवाही को लेकर निलंबित करने के मामले सामने आते रहे हैं. हालांकि तमाम शिक्षक निलंबन के आरोप सही पाए जाने के बावजूद उसी स्कूल में जोड़तोड़ करके दोबारा तैनाती पा लेते हैं. लेकिन भविष्य में ऐसा नहीं हो पाएगा.


यूपी के प्राइमरी स्कूलों की संख्या 1.63 लाख के करीब है.इन प्राइमरी स्कूलों में 4 लाख के लगभग प्राथमिक शिक्षक हैं. हाल ही में सहायक शिक्षक पदों के जरिये 67 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती लंबे समय बाद पूरी हो पाई है. योगी सरकार जल्द ही सारे प्राइमरी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल में तब्दील करने की योजना पर काम कर रही है. यह योजना अगले छह माह में पूरा करने का लक्ष्य है.


प्रैक्टिकल एग्जाम में सतर्कता के निर्देश
 DIOS यानी जिला विद्यालय निरीक्षकों ने प्रैक्टिकल कराने वाले स्कूलों के को बेहद सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. डीएम ने परीक्षा केन्द्रों की निगरानी के लिए 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए हैं. यह स्कूलों के निरीक्षण की रिपोर्ट DIOS को भेजेंगे. यूपी बोर्ड ने 12वीं के प्रायोगात्मक परीक्षाएं CCTV कैमरे की निगरानी में कराने और इसकी रिकार्डिंग के निर्देश दिए हैं.


 


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