Vastu Tips: अगर पूजा घर के ऊपर-नीचे या बगल में है टॉयलेट, रसोईघर या सीढ़ियां, तो हो सकता है अनिष्ट
अपने घर के निर्माण के दौरान हम वास्तु का काफी ध्यान रखते हैं. ऐसी मान्यता है कि वास्तु के मुताबिक घर बनाने से घर में सुख और सुकून मिलता है. वास्तु के अनुसार घर की हर एक वस्तु किसी न किसी तत्व का प्रतिनिधित्व करती हैं.
Vastu Tips: अपने घर के निर्माण के दौरान हम वास्तु का काफी ध्यान रखते हैं. ऐसी मान्यता है कि वास्तु के मुताबिक घर बनाने से घर में सुख और सुकून मिलता है. वास्तु के अनुसार घर की हर एक वस्तु किसी न किसी तत्व का प्रतिनिधित्व करती हैं. अगर वास्तु के अनुसार सब कुछ व्यवस्थित रहता है, तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.
अगर सकारात्मकता की बात हो रही है तो घर में बने पूजा घर की बात करना बेहद जरूरी हो जाता है. आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं, जिन्हें आपको घर बनाते या खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए.
इन बातों का रखें ध्यान, घर में सुख-शांति बनी रहेगी
आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर पूजा घर के ऊपर-नीचे या बगल में है टॉयलेट, रसोई घर या सीढ़ियां तो अनिष्ट हो सकता है. अगर ऐसा है तो घर में रहने वाले सदस्य रोगी और दिन प्रतिदिन कंगाल होते जाते हैं.
ऐसे में वास्तु सिद्धांत के अनुसार इन दोषों को दूर या कम करने में आपके घर की आंतरिक साज-सज्जा और थोड़े से बदलाव मददगार साबित हो सकते हैं. जिससे घर में सुख-शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण भी बना रहेगा.
वास्तु के अनुसार किस दिशा में हो पूजा घर
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर में किस दिशा में पूजा होती है, यह भी बेहद महत्वूपर्ण है. अगर पूजा घर सही स्थान पर न हो तो अनिष्ट हो सकता है. वास्तु की माने तो पूजा घर की दिशा में कोई भारी सामान न रखें. इसका नकरात्मक प्रभाव घर पर पड़ता है.
पूजा घर बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान
वास्तु के मुताबिक, मन की शांति और घर के चौमुखी विकास के लिए पूजा घर का स्थान उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण पर ही बनाना चाहिए. घर का ये कोना देवताओं का स्थान माना जाता है. इसका भी ध्यान रखें की पूजा घर के ऊपर या नीचे कभी टॉयलेट, रसोईघर या सीढ़ियां न हो.
रंगो का चुनाव करते समय ध्यान दें
वास्तु के अनुसार, इन उपायों को करने के बावजूद भी अगर धन का ह्रास हो रहा है तो रंग भी इसका कारण हो सकता हैं. अगर आपके हाथ में धन नहीं रुकता तो आपको अपने घर के दक्षिण-पूर्व दिशा क्षेत्र से तत्काल नीला रंग हटाने की जरूरत है. सकारात्मक लाभ के लिए इस दिशा में हल्का नारंगी, गुलाबी रंगों का प्रयोग करें.
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साफ-सफाई है बेहद जरूरी
वास्तु के मुताबिक, घर में साफ-सफाई रखना भी बेहद जरूरी होता है. वहीं, घर के अंदर लगे मकड़ी के जाले, धूल-गंदगी को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होता.
इस दिशा में करें वाहन पार्किंग
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमारे वाहन भी भगवान विश्वकर्मा का प्रतिनिधित्व करते हैं. व्यवसायियों के लिए मां लक्ष्मी का भी प्रतीक मानी जाती हैं. इसलिए पार्किंग हेतु उत्तर-पश्चिन स्थान प्रयोग में लाना चाहिए. इसे बेहद शुभ माना गया है.
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सामान्य ज्ञान के आधार पर लिखा गया है. किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर्स या एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर ले लें.
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