रामचरित मानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान जारी है हंगामा, विवाद में कूदे एक और संत
Ramcharitmanas Row: रामचरित मानस पर जारी विवाद में अब मशहूर कथावाचक देवकीनंदन महाराज भी कूद गए हैं. जानिए 5 फरवरी से क्या है उनकी तैयारी.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस पर दिए गए विवादित बयान पर घमासान जारी है. राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच संत भी इस मुद्दे पर नाराज हैं. शनिवार को राजधानी लखनऊ के आशियाना स्थित रामलीला ग्राउंड में कथा करने आए ठाकुर देवकीनंदन महाराज ने इस बयान की निंदा की है.
उन्होंने कहा कि रामचरितमानस की पंक्तियों को लेकर जो विवाद चल रहा हैं, असल में उन पंक्तियों में समुद्र ने प्रभु श्री राम से विनती की है. और समुद्र अपनी वेदना प्रकट कर रहा हैं. रामचरितमानस एक शब्द है अधिकारी अगर अधिकारी शब्द का प्रताड़ना मतलब समझेगे तो अर्थ का अनर्थ हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि इसका एक ही ऑप्शन है कि हम समय के साथ से भावना के हिसाब से उन पंक्तियों के अर्थ को समझें. रामचरितमानस में देवियों और अलग-अलग शब्दों का एक अर्थ है. हमें सभी का सम्मान करना चाहिए. मैं उत्तर प्रदेश की अलग-अलग पार्टियों के राजनेताओं से मुलाकात करूंगा अगर वह समय देंगे. उन्होंने कहा कि 5 फरवरी को मैं सनातन यात्रा लखनऊ में निकालना जा रहा हूं उसकी शुरुआत लखनऊ से होगी. मेरी अपील है कि सभी सनातनी इसमें शामिल हों.
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कैलाश विजयवर्गीय ने कहा नो कमेंट
इटावा पहुंचे भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रामचरितमानस को लेकर कहा कि वह बेकार की बातों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने कहा जो बजट आया है वो आने वाले 25 वर्षों का विकास की दिशा देगा. शिवपाल द्वारा बजट पर दिए गए बयान को लेकर कहा कि शायद उनको समझ कम है पूरा पढ़ेंगे तो उनके समझ में आ जाएगा.
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