गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अपहरण का मामला सामने आया था. मामला थाना विजय नगर इलाके का है. जानकारी के मुताबिक में तीन साल के बच्चे का अपहरण हुए मात्र 15 घंटे ही बीते थे कि पुलिस और अपहरणकर्ताओं के बीच मुठभेड़ हो गई. गाजियाबाद पुलिस ने बेहद कम समय में किडनैपर्स को पकड़ने का काम किया है. बताया जा रहा है कि किडनैपर्स के चंगुल से छूटते ही बच्चे ने पुलिस अंकल को थैंक यू (Thank You) कहा. इसके बाद बच्चे के माता-पिता ने गाजियाबाद पुलिस का शुक्रिया अदा किया. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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जानकारी के मुताबिक कल विजय नगर इलाके के बहरामपुर निवासी नितिन चौहान का 3 साल का बेटा अथर्व बीते 8 तारीख को घर से गायब हो गया. इसके बाद उन्होंने पुलिस को मामले की सूचना दी. सूचना मिलने पर पुलिस ने पांच टीमें गठित की. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी. आपको बता दें कि बच्चे को छोड़ने के एवज में किडनैपर्स ने फिरौती के तौर पर  20,00,000 रुपये की डिमांड की थी. वहीं, विजय नगर थाना पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपरहणकर्ताओं को पकड़ने में जुटी थी. जांच- पड़ताल के दौरान पुलिस को अपरहणकर्ताओं की सूचना मिली. विजय नगर थाना पुलिस ने हिंडन नदी के पुस्ते से मुठभेड़ के दौरान अपरहणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.


मामले में एसएसपी ने दी जानकारी 
इस मामले में एसएसपी मुनीराज ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सन्नी मैनपुरी का रहने वाला है. उसने अपने साथी रामचरण के साथ मिलकर अथर्व का अपहरण करने की साजिश रची थी. पुलिस के हाथ लीड तब लगी जब किडनैपर्स ने अपने ही फोन से फिरौती के लिए व्हाट्सएप कॉल किया. फिर क्या था अपराधी पुलिस की निगाह में चढ़ गया. इसके बाद सीसीटीवी फुटेज से भी मदद लेकर पुलिस के लिए अपहरणकर्ताओं तक पहुंचना आसान हो गया. उन्होंने बताया कि दोनों अपराधियों का पहले का कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. इसी वजह से जरायम की दुनिया के मास्टर बनने से पहले ही वह जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए.


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