उन्नाव: यूपी के उन्नाव से फीस जमा न होने पर छात्रा को परीक्षा देने से रोके जाने का मामला सामने आया है. फीस जमा न होने पर एक छात्रा को स्कूल प्रिंसिपल ने दिनभर स्कूल में खड़ा रखा और परीक्षा भी नहीं देने दी. जिसके बाद छात्रा ने रोते हुए स्कूल प्रबंधन की करतूत को बयां किया. छात्रा का मामला बताने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में छात्रा रोते हुए फीस जमा करने में 2 दिन की देरी होने की बात बता रही है. साथ ही उसने स्कूल में पूरे दिन खड़ा रखने और पेपर न देने का आरोप भी लगाया है. उन्नाव जिला प्रशासन ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है.


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डीएम उन्नाव ने एसडीएम को दिए जांच के आदेश 
आपको बता दें कि इस मामले में डीएम उन्नाव ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए हैं. जिसके बाद एसडीएम ने मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की है. जांच में कॉलेज में मान्यता संबंधी कई खामियां मिली हैं. इस मामले में एसडीएम ने मान्यता निरस्तीकरण और विधिक कार्रवाई करने को कहा है. 


बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा- निजी संस्थान मानवता न भूलें
इस मामले में बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर कालेज प्रबंधन और व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि ऐसी तस्वीर सामने न आए, इसकी जिम्मेदारी जनपद के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की है. उन्होंने कहा कि निजी संस्थान मानवता न भूलें, शिक्षा व्यापार नहीं है. 


छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
आपको बता दें कि बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पश्चिम टोला के रहने वाले गोविंद कुशवाहा की बेटी अपूर्वा बांगरमऊ कस्बा संचालित बाल विद्या मंदिर में कक्षा 5 की छात्रा है. बच्ची का रोते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके बाद छात्रा ने रोते हुए स्कूल प्रबंधन की करतूत को बयां किया. छात्रा का वीडियो देख हर कोई व्यवस्था को कोस रहा है.


मामले में एसडीएम बांगरमऊ ने दी जानकारी 
आपको बता दें कि एसडीएम बांगरमऊ उदित नारायण सेंगर ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कॉलेज पहुंचकर कई बिंदुओं पर गहन जांच की. जांच में स्कूल प्रबंधन के मान्यता संबंधी कागजों में खामियां पाई गई हैं. इसके अलावा कई अन्य खामियां भी मिली हैं. इस मामले में एसडीएम बांगरमऊ ने जानकारी दी. उन्होंने बताया की मामले की जांच की जा रही है. मान्यता संबंधी कागजों में खामियां मिली हैं. मान्यता निरस्तीकरण की कार्रवाई के अलावा, विधिक कार्रवाई भी की जाएगी.