संसद की सुरक्षा में हुई चूक के बाद उत्तर प्रदेश सरकार और विधानसभा सचिवालय भी विधान भवन की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गया है. अब यूपी विधानसभा में आसानी से प्रवेश नहीं पाया जा सकेगा. दिल्ली में लोकसभा में हुई घटना के बाद UP विधानसभा की सुरक्षा की समीक्षा का भी फैसला किया गया है. 


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विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ये निर्देश दिए हैं. विधानसभा में पहले से ज़्यादा सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए जाएंगे. सभी गेटों पर चेकिंग की व्यवस्था को बढ़ाए जाने को लेकर कड़े इंतजाम किए जाएंगे. सुरक्षा संबंधी अत्यंत आधुनिक गैजेट्स लगाए जाएंगे.दर्शक दीर्घा में प्रवेश करने वालों की भी समीक्षा की जाएगी.ज़रूरत हुई तो पास जारी होने की व्यवस्था में बदलाव किया जाएगा.


उधर, संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले के मास्टरमाइंड ललित झा ने गुरुवार रात दिल्ली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. जांच से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि हम उससे पूछताछ के बाद और जानकारी साझा करेंगे.झा ने नई दिल्ली जिले के कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया


इससे पहले गुरुवार को, इस सिलसिले में गिरफ्तार किए गए चार मुख्य आरोपियों सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आज़ाद और अमोल शिंदे को दिल्ली की एक अदालत ने सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. मनोरंजन मैसूर का रहने वाला, जबकि सागर लखनऊ का, नीलम हरियाणा के जिंद की रहने वाली है. जबकि अमोल महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है.


पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में उनके और बिहार के मूल निवासी झा के खिलाफ दर्ज मामले में धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 452 (अतिक्रमण), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 186 (लोक सेवकों के काम में बाधा डालना), आईपीसी की धारा 353 (लोक सेवकों को कर्तव्य से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल), साथ ही यूएपीए की धारा 16 और 18 लगाई गई है.


सूत्रों के मुताबिक, पांचों मुख्य आरोपियों ने कथित तौर पर घटना से पहले रात गुरुग्राम के सेक्टर 7 में विक्रम उर्फ विक्की शर्मा नाम के व्यक्ति के आवास पर बिताई थी। वे बुधवार सुबह 8 बजे घर से निकले थे.


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