लखनऊ: उत्तर प्रदेश एटीएस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े आठ संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी यूपी में आतंकी नेटवर्क को बढ़ाने का काम कर रहे थे. बताया जा रहा है कि अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट या अलकायदा बर ए सगीर व सहयोगी संगठन जमातुल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश विगत कुछ वर्षों से भारत में कआतंकवादी गतिविधियां बढ़ा रहा है.


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मदरसों के सहारे जड़ मजबूत करने की कोशिश
आरोप है कि ये सभी संगठन गजवा ए हिंद के आतंकी नेटवर्क को बढ़ाने का काम कर रहे थे. भारत में अवैध रुप से घुसपैठ करके सबसे पहले सीमावर्ती राज्यों जैसे असम और पश्चिम बंगाल के कट्टरपंथियों को जोड़कर मदरसों के सहारे अपनी जड़ों को मजबूत कर रहा था. यूपी,बिहार,एमपी,उत्तराखंड कट्टरपंथी विचार धारा के लोगों को जोड़कर आतंकी गतिविधियों के लिए फंड जुटाया जा रहा था. बांग्लादेशी आतंकी अपना नाम बदलकर खुफिया तौर पर कट्टरपंथियों को जेहाद की दावत देते थे.  


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मोबाइल एप का करते थे इस्तेमाल
बांग्लादेशी आतंकी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए कुछ खास मोबाइल एप इस्तेमाल का कर रहे थे. आतंकियों के नाम अब्दुल्ला तलहा मुफ्ती हुसैन (सहारनपुर में रखा था नाम) मासूम ( हरिद्वार में था नाम ) जाकिर भाई , शमीउल्लाह, अबु तल्हा एटीएस के अनुसार बांग्लादेश का अकीस और जेएमबी से जुड़ा शीर्ष आतंकी है. यूपी एटीएस के लखनऊ थाने से वांछित चल रहे आतंकी एहसान को एनआईए द्वारा भोपाल में दर्ज मुकदमे में 17 मार्च 2022 के तहत गिरफ्तार किया गया.
एक ही व्यक्ति के कई नाम
एहसान के भारत में अलग-अलग नाम सामने आए हैं. आतंकी मुफ्फाकिर जिसका भारत में शामिद अली मिया नाम है, उसे एनआईए ने गिरफ्तार किया है. इस पर भी यूएपीए की कार्रवाई की गई. अकील अहमद शेख अहमद निवासी कटिहार बिहार पर एनआईए ने यूएपीए के तहत कार्रवाई की है.