UP Politics : उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में शानदार जीत के बाद बीजेपी अब संगठन को मिशन 2024 के लिहाज से दुरुस्त करने में जुट गई है. इसी कवायद में प्रदेश के 29 जिलों को लेकर भाजपा ने बड़ा प्लान तैयार किया है, ये वो जिले हैं जिन्हें न तो योगी सरकार में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है न ही भाजपा संगठन में जगह मिली है.


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प्रदेश के 75 जिलों में सरकार और संगठन में कुल 46 जिलों को ही जगह मिली है. 52 सदस्यीय मंत्रिमंडल में भी 35 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है.45 सदस्यीय भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों और छह क्षेत्रीय अध्यक्षों की टीम में भी 26 जिलों के नेताओं को ही मौका मिला है.


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अवध के 13 प्रशासनिक जिलों में से अयोध्या, आंबेडकर नगर, उन्नाव, गोंडा, बलरामपुर और श्रावस्ती को भी सरकार व संगठन में जगह नहीं मिली है.कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में झांसी, महोबा, फतेहपुर, हमीरपुर, चित्रकूट, इटावा, औरेया, फर्रुखाबाद जिले भी प्रतिनिधित्व से वंचित हैं


पश्चिम क्षेत्र से हापुड़, बिजनौर, अमरोहा, बृज क्षेत्र में एटा, फिरोजाबाद, गोरखपुर क्षेत्र में बस्ती, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, महराजगंज और काशी क्षेत्र में भदोही, सुल्तानपुर, मिर्जापुर, कौशांबी, चंदौली और प्रतापगढ़ जिले को भी संगठन और सरकार में जगह नहीं मिली है. 


गौरतलब है कि बीजेपी में कई मंत्री इस समय सरकार औऱ संगठन की दोहरी भूमिका में है. इसको लेकर भी चर्चाएं रही हैं कि पार्टी एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को गंभीरता से लागू करेगी. इसके लिए कुछ मंत्रियों को संगठन के दायित्व से मुक्त किया जाना है. हालांकि संगठन में इन 29 जिलों को प्रतिनिधित्व के लिए लंबी माथापच्ची करनी पड़ सकती है. 


 


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