Nand Gopal Nandi : उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी को एमपी एमएलए कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है. हालांकि यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी को तुरंत ही कोर्ट से जमानत मिल गई. यह लोकसभा चुनाव 2014 का एक मामला बताया जा रहा है. इसमें चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के केस में एमपी एमएलए कोर्ट ने यह सजा सुनाई है.प्रयागराज की mp mla कोर्ट का यह फैसला है. अदालत इस केस पर लंबे वक्त से सुनवाई कर रही थी. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद नंद गोपाल नंदी उच्च न्यायालय में अपील दाखिल कर सकते हैं. हालांकि उनकी विधानसभा सदस्यता या मंत्रिपद को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि उनकी सजा दो साल से कम है, जो विधायकी की अयोग्यता के दायरे में नहीं आती. 


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नंदी उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कद्दावर मंत्रियों में से एक हैं. यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट 2023 के जरिये उत्तर प्रदेश में निवेश जुटाने में उनका अहम योगदान रहा है. नंदी ने निवेश के लिए कई रोड शो भी किए हैं. औद्योगिक विकास मंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल उल्लेखनीय रहा है. 


नन्द गोपाल गुप्ता इलाहबाद यानी प्रयागराज से ताल्लुक रखते हैं. नंदी 2017 से भाजपा सरकार में मंत्री हैं. उनके पास पहले पंजीयन न्याय शुल्क और नागरिक उड्डयन मंत्रालय था और अब योगी 2.0 में वो औद्योगिक विकास मंत्री हैं. उनके पास औद्योगिक विकास,निर्यात प्रोत्साहन के साथ एनआरआई निवेश प्रोत्साहन मंत्री बनाया गया है.


नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता प्रयागराज की मेयर हैं. होली, दीपावली और नव वर्ष के मौके पर उनके द्वारा गरीब बच्चों को मुफ्त में उपहार बांटने का सिलसिला काफी लोकप्रिय है. नंदी 2007 में बसपा से विधायक थे, लेकिन 2012 का चुनाव हार गए. उन पर कुछ साल पहले एक जानलेवा हमला हुआ था, लेकिन अपनी जिजिविषा के दम पर वो दोबारा मजबूत होकर निकले.


 


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