देवरिया: भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी शलभ मणि त्रिपाठी ने सोमवार को अपना पर्चा दाखिल किया. उनका पर्चा दाखिला कार्यक्रम पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. कारण उनके दोनों प्रस्तावक हैं. अक्सर उम्मीदवार अपने करीबी या किसी मजबूत छवि के नेता को अपना प्रस्तावक बनाते हैं, लेकिन शलभ ने सुबह अखबार बांटने वाली और दिन में ई- रिक्शा चलाने वाली निशा नामक महिला और सफाई कर्मी रामलगन पासवान को अपना प्रस्तावक बनाया. 


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कौन हैं ये प्रस्तावक?
पहली प्रस्तावक निशा तिवारी हैं जो सुबह अखबार बाटती हैं और उसके बाद ई रिक्शा चलाती हैं. दूसरे प्रस्तावत रामलग्न पासवान हैं जो एक सफाई कर्मी हैं. वहीं बीजेपी प्रत्याशी के इस काम की स्थानीय लोग भी तारीफ कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि शलभ मणि ने समाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण दिया है.


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दोनों प्रस्तावक ने कहा कि ये हमारे लिए खुशी की बात
शलभ की प्रस्तावक निशा का कहना था कि हम मजदूर हैं और गरीबों के लिए बहुत ही खुशी की बात है कि हमें शलभ भैया जैसा भाई मिला है. वह देवरिया को इंटरनेशनल बनाएंगे. आपको बता दें निशा तिवारी का कोई भाई नहीं है, तो शलभ मणि त्रिपाठी ने उन्हें अपनी बहन भी बनाया है. रामलग्न पासवान जो सफाई कर्मी हैं उनका कहना है कि गरीबों को सम्मान मिला है. मुझे बहुत ही खुशी है की शलभ भईया विधायक बनें और हम लोगों को और आगे बढ़ाएं.


ये लोग शहर की तरक्की के लिए काम कर रहे-शलभ मणि त्रिपाठी
इन दोनों को प्रस्तावक बनाने के बाद शलभ ने कहा कि ये दोनों सबसे मजबूत स्तंभ हैं. मेहनत करते हैं और मुश्किल परिस्थितियों में अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं. पर्चा दाखिल के बाद ये दोनों प्रस्तावक जिले में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं. शलभ मणि ने कहा कि प्राय: लोग कहते है कि मजबूत प्रस्तावक से नामांकन कराना चाहिए और हमने सबसे मजबूत निशा तिवारी को माना. मेहनत और ईमानदारी से कार्य करती है. निशा का कोई भाई नही है तो आज से मैं इनका भाई हुं. दूसरे हमारे रामलगन पासवान हैं जो सफाई कर्मी है. सुबह कचरा साफ करते हैं. हमारी सोच है कि ये लोग शहर की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं. 


कौन हैं शलभ मणि त्रिपाठी
बता दें कि शलभ मणि त्रिपाठी ने कई नामी अखबारों और टीवी चैनल में बतौर रिपोर्टर, उप-संपादक और यूपी हेड के रूप में काम किया है. 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने मीडिया की नौकरी छोड़कर बीजेपी में शामिल होकर राजनीतिक पारी शुरू की. पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को देखते हुए प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना मीडिया सलाहकार बना दिया.


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