UP Electricity Strike : यूपी में बिजलीकर्मियों की हड़ताल के बीच आजमगढ़ से मेरठ तक आपूर्ति पर असर, सरकार ने दी चेतावनी
UP Electricity Workers Strike :प्रदेश में बिजली कर्मचारियों और सरकार के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. प्रदेश सरकार ने काम पर नहीं लौटने वाले संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करने के साथ कड़ी चेतावनी दी है. उधर प्रदेशभर में हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है.
UP Electricity Workers Strike : लखनऊ : अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं बिजली विभाग के कर्मचारी 72 घंटे के हड़ताल पर चले गए हैं. गुरुवार को ऊर्जा मंत्री के साथ उनकी वार्ता से भी कोई नतीजा नहीं निकला. हड़ताल का असर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिला. प्रदेश सरकार बिजली कर्मचारियों के रवैये को देखते हुए सख्त रुख अपना लिया है. सरकार ने काम पर नहीं आने वाले संविदाकर्मियों को बर्खास्त करने और प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत एक्शन लेने की चेतावनी दी है.
प्रदेश भर में पड़ा असर
हड़ताल की वजह से चंदौली में कर्मचारियों ने बिजली भी काट दी. जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर, नक्सल प्रभावित नौगढ़ इलाके के साथ ही जिले के विभिन्न इलाकों में विद्युत आपूर्ति ठप कर दी गई है,जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. एसडीएम अविनाश कुमार की मानें तो जल्द से जल्द विद्युत व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी. आक्रोशित विद्युत कर्मी पावर हाउस के कई कमरों में ताला बंद करके भी चले गए हैं.
आजमगढ़ में सड़क पर उतरे, किया चक्का जाम
जनपद आजमगढ़ में बिजली कर्मियों के हड़ताल में अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे का असर सड़कों पर दिखने लगा है. जहां जिले के मातमपुर सबस्टेशन से बिजली बाधित के चलते शहर के कई क्षेत्र प्रभावित हुवे, देर शाम शहर के मोहल्ला आराजीबाग में लोग सड़क पर उतर कर कई घंटों जाम लगाया. स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि प्रशासन की सक्रियता के चलते कुछ जगहों पर बिजली आपूर्ति बहाल तो की गई, पर कई क्षेत्रों में बाधित के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मेरठ
मेरठ के मवाना नगर के साथ ही देहात क्षेत्र में भी बिजली सप्लाई पर हड़ताल का असर पड़ा है. यहां हड़ताली बिजली कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन के बीच कामकाज नहीं किया.
बलिया
बलिया जनपद में विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले हड़ताल पर हैं. इसकी वजह से जिले में बिजली सप्लाई लड़खड़ाने लगी है. जिला मुख्यालय पर आधी रात के बाद से ही आपूर्ति ठप है. बिजली कर्मचारियों की 13 सूत्रीय मांग में निजीकरण और सेवा शर्तों में कटौती का विरोध प्रमुख है.
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सहरानपुर
बिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से आधे से ज्यादा शहर की बिजली ठप हो गई. बताया जा रहा है कि जेई समेत अधिकारियों के मोबाइल फोन पर कोई जवाब नहीं मिल रहा है. ऐसे में सबसे अधिक परेशानी स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को हो रही है. बिल जमा होने के बाद भी लखनऊ से स्मार्ट मीटर के ऑटोमैटिक कनेक्शन डिएक्टिवेट हो रहे हैं.
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