मनोज चतुर्वेदी/बलिया: इंसानों का मेला , जानवरों का मेला या फिर विज्ञान के करिश्मों का मेला तो आपने बहुत देखा और सुना होगा, लेकिन उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक अनूठा मेला लगता है, जिसे कहा जाता है 'भूतों का मेला. पहली बार में सुनकर आप भी इस पर यकीन नहीं करेंगे कि भला कहीं पर ऐसा कुछ होता होगा. लेकिन यह एक दम सही है, मनियर कस्बे के नवका बाबा ब्रम्ह स्थान पर नवरात्रि में भूतों का मेला लगता है. जहां बड़ी संख्या में प्रेत बाधा से परेशान लोग प्रेत आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए आते हैं. 


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शारदीय नवरात्रि में बढ़ती है हलचल, कहा जाता है भूतों का 'सुप्रीम कोर्ट'
शारदीय नवरात्रि में माता के नौ रूप में आगमन के साथ ही यहां हलचल बढ़ जाती है. इसे भूतों का सुप्रीम कोर्ट भी कहा जाता है. हर वर्ष नवरात्र में भूतों का मेला लगता है. यूपी के बलिया में मनियर कस्बा में स्थित नवका बाबा मंदिर है. जहाँ हजारों लोग ऐसे आते हैं जिन पर शैतानी आत्माओं का प्रवेश होने का दावा किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में विराजमान नवका बाबा शैतानी आत्माओं का इलाज कर रहें हैं.


भूतों के मेले से जुड़ी है ये मान्यता, मनोकामनाएं लेकर दूर-दूर से आते हैं लोग
यहां पर आए लोगों की सुरक्षा के लिए बकायदा पुलिस प्रशासन भी मौजूद रहता है.  देश-प्रदेश के अन्य जिलों से अपने कष्टों और मनोकामनाओं को लेकर लोग आते हैं. मान्यता है कि यहां उनके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. ब्रह्म आत्माओं के अनोखे मन्दिर में इलाज के लिए आने वाले कई लोग इलाज के बाद हंसी खुशी लौटते हैं. मान्यता है कि इस स्थान पर दो गरीब अनाथ बच्चों की आत्माएं हैं, जिन्हें आज से 300 साल पहले तांत्रिक महिला ने मारकर अपने वश में कर लिया था. यही आत्माएं अब लोगों का कल्याण कर रही हैं.