लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार अब जल्दी विवाह के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए सरल प्रक्रिया करने जा रही है. अब उत्तर प्रदेश में विवाह पंजीकरण के लिए स्टांप एवं पंजीकरण विभाग को अधिकृत किया गया है. विभाग द्वारा इसके लिए ऑनलाइन व्यवस्था विकसित की गई है. यूपी की योगी सरकार धोखाधड़ी कर शादी का पंजीकरण कराने पर रोक के लिए जल्द ही आधार लगाना अनिवार्य करने जा रही है.


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मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग के बाद उच्च स्तर पर इसको लेकर सहमति बन गई है और जल्द ही इस संबंध में स्टांप और पंजीकरण विभाग संशोधन नीति जारी करने वाला है. जिसके बाद उत्तर प्रदेश में आधार कार्ड शादी के पंजीकरण के लिए अनिवार्य हो जाएगा.  इसके लिए पंजीकरण किस तरह कराया जाए और क्या-क्या हो सकता है इसमें आवेदक को https// igrsup.gov.in वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होता है. यूपी में जिस समय इसकी नीति जारी की गई थी उस समय आधार की अनिवार्यता नहीं थी.


आधार की अनिवार्यता न होने पर धोखाधड़ी की संभावना रहती है. इसको देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है और यह तय किया है कि अब आगे आधार कार्ड जरूरी होगा, उच्च स्तर पर इसे लेकर बैठक हुई थी. इसमें सहमति बनी है कि विवाह पंजीकरण के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया जाए. के बाद अब कर पंजीयन एवं स्टांप विभाग आदेश जारी करेगा और बाकायदा इसकी कैबिनेट से अनुमति भी ली जाएगी. 


अभी कोई भी पहचान पत्र होना है जरूरी
विवाह रजिस्ट्रेशन के लिए मौजूदा समय पहचान पत्र, आयु प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र देना जरूरी होता है. इसके साथ ही नई फोटो लगानी होती है. दो साक्षियों के पहचान प्रमाण पत्र आयु प्रमाण पत्र देना होता है. वर व वधू को शपथ पत्र देना होता है. लेकिन अब आधार कार्ड को भी जरूरी कर दिया जाएगा. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली बैठक में कर पंजीयन स्टांप मंत्री रविंद जयसवाल की उपस्थिति में यह बड़ा फैसला लिया गया है या नहीं आने वाले वक्त में आधार कार्ड हर स्थिति में जरूरी होगा.