Phoolan Devi: यूपी के मंत्री ने फूलन देवी के लिए बुलंद की आवाज, बोले-दस्यु सुंदरी के साथ हुई नाइंसाफी
Phoolan Devi: यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद ने मंगलवार को पूर्व सांसद फूलन देवी की पुण्यतिथि पर सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिस जमीन के लिए फूलन देवी ने अपना खून बहाया वो जमीन आज समाजवादी पार्टी के नेताओं ने घेरी हुई है.
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने मंगलवार को सरकार से मांग करते हुए पूर्व सांसद फूलन देवी के लिए न्याय मांगा. उन्होंने कहा कि जिस जमीन को लेकर फूलन देवी ने अपना खून बहाया है आज वही जमीन समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा घेरी जा चुकी है.
फूलन देवी की पुण्यतिथि पर बोले निषाद पार्टी के अध्यक्ष
दरअसल आज यानि मंगलवार को पूर्व सांसद फूलन देवी की पुण्यतिथि मनाई जा रही है. इसी बीच निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने सरकार से मांग करते हुए फूलन देवी की हत्या पर सीबीआई की जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि जिस जमीन के लिए फूलन देवी ने खून बहाया है. अब उसी जमीन पर मुकदमा चल रहा है. संजय ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने फूलन देवी की जमीन को घेरा हुआ है. पूर्व संसाद के परिवार को जो सम्मान मिलना चाहिए, वह सम्मान उनकी माता को दिया जाए.
निषाद ने विपक्ष पर साधा निशाना
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर भी संजय निषाद ने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया पर भी पर निशाना साधा और कहा कि NDA की आंधी से डरकर विपक्षी दल एक साथ आए हैं. लेकिन लोकसभा चुनाव में हार के बाद ये बिखर जाएंगे.
ओमप्रकाश भटक गए थे रास्ता
राजभर जाति को एसटी कैटेगरी में शामिल करने के लिए हुए सर्वे पर उन्होंने कहा कि निषाद समाज को सर्वे कराने की जरूरत नहीं है. हमारा पहले ही हो चुका है और हमें भी जल्द ही नतीजे भी मिलेंगे.
इसी के साथ ही संजय निषाद ने ओमप्रकाश राजभर को अपना बड़ा भैया बताते हुए कहा कि ओमप्रकाश रास्ता भटक गए थे. लेकिन अब उनको समझ में आ गया है. कि यहां अपना भाई संजय निषाद है. वहीं पर हमारी जातियों की सुनवाई होगी. इसलिए वे वापस आ गए हैं. मैं उनका स्वागत करता हूं.
ज्ञानवापी को लेकर बोले संजय
ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हो रहे सर्वे पर उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला है. लेकिन जब सर्वे होगा और नतीजे सामने आएंगे तो यह स्पष्ट हो जाएगा. कि जहां-जहां भी मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई है वहां पर दोबारा मंदिर काबिज होगा.